मुंबई T20 लीग: मेडल लेने आए विनोद कांबली छूने लगे पैर, सचिन तेंडुलकर ने लगाया गले
|मुंबई टी-20 लीग के खिताबी मुकाबले के बाद अवॉर्ड सेरिमनी के दौरान उस वक्त लोग सरप्राइज हुए, जब मेडल लेने आए विनोद कांबली मंच पर ही बचपन के दोस्त सचिन के पैर छूने लगे। हालांकि, मास्टर ब्लास्टर ने उन्हें तुंरत झुककर उठाया और गले लगा लिया। यह घटना उस वक्त की है जब अवॉर्ड सेरिमनी में सुनील गावसकर ने सचिन तेंडुलकर से विनोद कांबली को रनरअप टीम का मेडल पहनाने के लिए कहा।
विनोद कांबली मुंबई टी-20 लीग में शिवाजी पार्क लायंस टीम के मेंटॉर हैं। बुधवार को ट्राइंफ नाइट्स एज ने शिवाजी पार्क लायंस को हराकर इस टूर्नमेंट का खिताब अपने नाम किया था। सचिन तेंडुलकर और सुनील गावसकर सहित कई दिग्गज इस दौरान स्टेडियम में मौजूद रहे। हाल ही में कांबली ने एक इवेंट के दौरान कहा था कि सचिन ने ही उनसे कोचिंग में हाथ आजमाने की बात कही थी। इसके बाद ही वह कोचिंग में आए।
इस वजह से आई दोस्ती में दरार
उल्लेखनीय है इस मशहूर दोस्ती में उस वक्त दरार आ गई थी, जब कांबली ने जुलाई, 2009 में एक टीवी शो में यह कहते हुए तहलका मचा दिया था कि सचिन ने उन्हें क्रिकेट में वापसी के लिए मदद नहीं की। मास्टर को यह बात इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने 2013 में 200वां टेस्ट खेलने के बाद रिटायरमेंट के दौरान वानखेड़े स्टेडियम में दी गई स्पीच में सभी का नाम तो लिया, लेकिन कांबली का कहीं भी जिक्र नहीं किया।
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एक ही कोच के शिष्य
सचिन और कांबली एक साथ पढ़े थे। दोनों के कोच भी एक ही थे- रमाकांत आचरेकर। ये दोनों मुंबई और टीम इंडिया के लिए साथ खेले भी। स्कूल क्रिकेट के दौरान इन्होंने नॉट आउट 664 रन की पार्टनरशिप का रेकॉर्ड भी बनाया था, जो कई सालों बाद टूटा। बता दें कि विनोद कांबली ने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले हैं। कांबली ने टेस्ट क्रिकेट में 54.20 के औसत से 1084 रन और वनडे में करीब 33 के औसत से 2477 रन बनाए हैं। उनके नाम टेस्ट में 4 और वनडे में 2 शतक भी हैं।
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