मजदूरों को 50 फीसदी बेरोजगारी भत्ता दे केजरीवाल सरकार: माकन
|प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की है कि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी का 50 फीसदी बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। माकन ने कहा कि राजधानी में 48.63 लाख असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर की संख्या है। माकन ने कहा कि सूत्रों के अनुसार नोटबंदी के बाद पहले ही कई लाख मजदूर वापस जा चुके हैं।
माकन ने अपने पत्र में लिखा, ऐसी खबरें आ रही हैं कि 10 से 15 हजार मजदूर रोजाना दिल्ली से वापस जा रहे हैं। नोटबंदी से इनके लिए रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। सस्ती दरों पर ये लोग दिल्ली को मजूदरी देते हैं। अगर ये लोग वापस चले गए तो राजधानी के प्रॉजेक्ट्स ठप पड़ जाएंगे और लोगों को भी महंगी सेवाएं मिलेंगी। प्रदेश कांग्रेस कमिटी के ऑफिस में शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में माकन ने कहा कि नोटबंदी के कारण खुदरा बिक्री में 88-90% तक की कमी आई है।
उन्होंने कहा, ‘कई लघु उद्योग संगठनों से बातचीत करने के बाद उन्हें पता लगा है कि उत्पादन में 80% तक की कमी आई है, जिसके कारण नौकरियों में कमी आ गई है और बेरोजगारी बढ़ रही है। इसका सबसे ज्यादा असर दैनिक मजदूरों पर पड़ा है। माकन ने रोजगार पर एन.एस.एस.ओ. सर्वे 2011-2102 के बीच का 68वां राउंड का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली की वर्किंग पॉप्युलेशन 57.06 लाख थी।’
कांग्रेस नेता ने कहा कि रोजगार निदेशालय और दिल्ली सरकार का आंकड़ा यह दर्शाता है कि 2009 में संगठित क्षेत्र में कर्मचारियों की संख्या 8.43 लाख थी। यह संख्या पिछले दशक में समान रही है। अगर हम एन.एस.एस.ओ. सर्वें के 68वें राउंड की बात करें, तो दिल्ली में असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों की संख्या 48.63 लाख है, जो कुल वर्क फोर्स का 85.33% है। यानी 48.63 लाख कर्मचारी जो असंगठित वर्क फोर्स हैं, उन पर रोजगार छिनने की तलवार लटक रही है। माकन ने कहा कि आज दिल्ली में चलने वाले बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स में दिहाड़ी मजदूरों को दैनिक मजदूरी न मिलने के कारण काम रुक गया है। चेक पर दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों की भीड़ नदारद हो गई है। रिक्शा चलाने वाले गरीब लोगों की दिहाड़ी भी न के बराबर रह गई। माकन ने कहा कि अगर ये मजदूर अपने गांव और शहरों की ओर चले गए तो दिल्ली की हालत खराब हो जाएगी। फिर दिल्ली को पटरी पर लाने में काफी समय लग जाएगा।
माकन ने कहा कि मुझे याद है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान से यह कहा था कि वे मुझसे समय-समय पर सलाह लेते रहेंगे। माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल मेरी दूसरे मुद्दों पर सलाह माने या न माने, लेकिन इस विषय पर मेरी सलाह को माने और तुरंत प्रभाव से कदम उठाए। ताकि असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों का रिवर्स माइग्रेशन रुक सके।
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