भूख से मरने की कगार पर आधे यमन के लोग
|यूनाइडेट नेशंस फूड एजेंसी ने यमन में खाद्य आपूर्ति को लेकर चेतावनी दी है। यूएन का कहना है इस देश में खाद्य संकट भयानक रूप से सामने आ रहा है। यूएन के मुताबिक यमन में अकाल मुंह बाए खड़ा है। 22 प्रशासनिक प्रभागों में से 10 में भयानक खाद्य संकट की चेतावनी दी गई है। कहा गया है कि इन प्रभागों में खौफनाक स्तर पर खाद्य संकट की स्थिति है। ये इलाके अकाल के खतरे के निशान से महज एक कदम पीछे हैं। ये बातें वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) की तरफ से कही गई है।
डब्ल्यूएफपी के रीजनल डायरेक्टर मैथ्यु होलिंगवर्थ ने यमन की राजधानी सना में कहा, ‘यह साफ है कि दुनिया में यमन आज की तारीख में काम करने के लिहाज से सबसे मुश्किल जगह है। यहां सुरक्षा को लेकर भारी चिंता है, संघर्षों में लगातार वृद्धि हो रही है और पूरे देश में हिंसा का आलम है।’
मैथ्यु ने कहा, ‘हमलोग यहां अच्छा कर रहे हैं। हम लोगों तक पहुंचने में कामयाब हो रहे हैं और हर महीने हमारा दायरा बढ़ रहा है। लेकिन यह भी साफ है कि देश का आधा हिस्सा अकाल की चपेट के मुहाने पर खड़ा है। हमें विश्व समुदाय की मदद की सख्त जरूरत है। आने वाले महीनों में यहां स्थिति और बिगड़ने वाली है।’ यूएन 2016 मानवीय अवलोकन के मुताबिक 23 मिलियन में से 14,400,000 लोग आने वाले वक्त में भारी खाद्य संकट से जूझने वाले हैं। यहां तक कि इन्हें खुद को जिंदा रखना भी आसान नहीं होगा।’
मध्य-पूर्व में डब्ल्यूएफपी के प्रवक्ता अबीर एतेफा ने अलजजीरा से कहा, ‘यह देश और सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकता है। बेहद मुश्किल स्थिति है। हमलोग यहां बढ़िया कर रहे हैं लेकिन यहां की स्थिति पहले से ही बिगड़ी हुई है।’
लोगों के पास कुछ भी नहीं
मार्च से सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब अलायंस यमन में हवाई हमले कर रहा है। ये यमन से हाऊदी विद्रोहियों को नियंत्रण में करना चाहते हैं। सऊदी अरब नहीं चाहता है कि यमन में हाऊदी विद्रोही मजबूत स्थिति में हों। हाऊदी विद्रोही यमन में सरकार पर अपना नियंत्रण चाहते हैं। इस संघर्ष के कारण यमन में भारी मानवीय संकट में पैदा हो गया है। 15 लाख से ज्यादा लोग विस्थापन के जीवन जीने पर बेबस हैं। ज्यादातर लोग जीवन की जरूरी चीजों भोजन, पानी और ईंधन के लिए तरस रहे हैं।
हफ्ते भर से पूरे ताइज में यमन के राष्ट्रपति अब्द राब्बु मंसूर हदी के समर्थक सेना बलों, जिसे अरब अलायंस का समर्थन मिल रहा है और हाऊदी विद्रोहियों, जिसे ईरान का समर्थन हासिल के बीच कड़ा संघर्ष चल रहा है। इस शहर पर नियंत्रण को लेकर चल रहे इस संघर्ष के दक्षिणी यमन और राजधानी तक फैलने की आशंका है।
यूनाइटेड नैशन का कहना है कि यमन में 5,700 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इनमें आधा से ज्यादा लोग आम नागरिक हैं। एक विस्थापित यमन नागरिक मोहम्मद अहमद हसन ने रॉयटर्स से कहा, ‘मैं नेक इरादे के साथ सभी से अपील करता हूं कि आप विस्थापितों की तरफ देखें। ये सभी यमन के लोग आपके भाई हैं। आपको जरूर इनकी तरफ देखना चाहिए। आप किसी भी तरह से इनकी मदद करें। चाहे वह भोजन, कपड़ा या बिस्तर के रूप में ही क्यों न हो।’
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।