भारतीय हॉकी टीम की प्रायोजक बनी ओडिशा सरकार
|भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम को ओडिशा सरकार के रूप में नया प्रायोजक मिल गया जो अगले 5 साल तक खेल का प्रायोजन करेगी और पहली बार किसी राज्य सरकार ने इस तरह की पहल की है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने यहां एक भव्य समारोह में यह ऐलान किया। इस मौके पर भारत की पुरुष और महिला टीमों के खिलाड़ी, अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ और भारतीय ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा, आईओए सचिव राजीव मेहता और पूर्व हॉकी कप्तान धनराज पिल्लै, दिलीप टिर्की तथा वीरेन रासकिन्हा मौजूद थे।
पटनायक ने टीम की नई जर्सी का भी अनावरण किया, जिस पर ओडिशा सरकार का लोगो है। यह पता नहीं चला है कि प्रायोजन के लिए कितनी राशि का करार हुआ है, लेकिन यह साझेदारी खेल के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। ओडिशा को भारत में हॉकी की नर्सरी माना जाता है जहां से दिलीप टिर्की, इग्नेस टिर्की और लाजरूस बारला जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी निकले हैं।
ओडिशा में 2014 में चैंपियंस ट्रोफी के बाद पिछले साल हॉकी विश्व लीग फाइनल्स खेला गया और इस साल नवंबर दिसंबर में पुरुष हॉकी विश्व कप होना है। पटनायक ने इस मौके पर कहा, ‘ओडिशा में हॉकी सिर्फ खेल नहीं, बल्कि जीवनशैली का हिस्सा है। ओडिशा ने भारतीय हॉकी को कई बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं। यह पहली बार हुआ है जब कोई राज्य सरकार इस तरह से किसी खेल का प्रायोजन करेगी। यह देश को ओडिशा का तोहफा है।’
मौजूदा भारतीय टीम में भी बीरेंद्र लाकड़ा, अमित रोहिदास, दिपसन टिर्की और नमिता टोप्पो जैसे खिलाड़ी ओडिशा से है। बत्रा ने ओडिशा सरकार को लगातार सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए भुवनेश्वर को देश की खेल राजधानी बताया। उन्होंने ओडिशा सरकार से देश के एलीट खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक हाइ परफार्मेंस सेंटर बनाने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘मैं ओडिशा सरकार से आग्रह करूंगा कि एलीट खिलाड़ियों के लिए हाई परफॉर्मेंस सेंटर बनाए। जैसे दिल्ली देश की राजधानी है, मुंबई देश की वित्तीय राजधानी है और बेंगलुरु आईटी राजधानी है, वैसे ही मेरी नजर में भुवनेश्वर देश की खेल राजधानी है।’ बत्रा ने यह भी बताया कि 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक होने वाले विश्व कप का उद्घाटन समारोह एक दिन पहले होगा।
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