भारतीय रिफाइनरियों में हिस्सेदारी लेने की इच्छुक है सऊदी अरामको
|दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी सऊदी अरामको का भारत में मौजूदा रिफाइनरियों और देश के पश्चिमी तट पर प्रस्तावित रिफाइनरी सहित विभिन्न विस्तार परियोजनाओं में हिस्सेदारी लेने का इरादा है। सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री खालिद अल- फलीह ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि कंपनी ने महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाके में 1.8 लाख करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली वृहद रिफाइनरी में संभावित हिस्सेदारी के लिए बातचीत शुरू करने को करार किया है।
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उन्होंने कहा कि इसके अलावा अरामको भारत में मौजूदा रिफाइनरियों में हिस्सेदारी लेने और उनके उन्नयन के लिए भी अवसर तलाश रही है। उन्होंने कहा कि भारत में पश्चिमी तट पर बड़ी रिफाइनरी की योजना है, यह प्रस्ताव पहले ही सार्वजनिक हो चुका है। इसके अलावा विस्तार और मौजूदा रिफाइनरियों में हिस्सेदारी लेने पर भी विचार विमर्श चल रहा है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा था कि भारत की यात्रा पर आए सऊदी अरब के मंत्री के साथ देश में पश्चिमी तट पर बनने वाली प्रस्तावित रिफाइनरी और आंध्र प्रदेश में 33,000 करोड़ रुपये के पेट्रोरसायन परिसर के बारे में बातचीत हुई। इराक के बाद सऊदी अरब, भारत को कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश है। वह भारत की 20 प्रतिशत से कुछ कम की तेल जरूरत को पूरा करता है।
खालिद अल-फलीह ने इस अवसर पर कहा, ‘ये सभी सऊदी अरब और कंपनी की तरफ से बड़ी प्रतिबद्धताएं हैं कि वह केवल एक आपूर्तिकर्ता ही नहीं बल्कि भारत में एक बड़ा निवेशक भी होगी।’ उन्होंने कहा, ‘परियोजना में जोखिम हो सकता है, बाजार में जोखिम हो सकता है, लेकिन भारत को लेकर कोई जोखिम नहीं है। हम यहां निवेश के लिए आए हैं, हम यहां वृद्धि हासिल करेंगे, हम भारतीय परिवेश का हिस्सा बनना चाहते हैं। हम यहां प्रतिबद्धता निभाएंगे, कदम उठाएंगे और इतना एफडीआई यहां आएगा जितना पहले कभी नहीं हुआ।’
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