भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा होना अच्छा है: कुलदीप यादव
|भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का कहना है कि वह वनडे टीम में जगह बनाने के लिए स्पिन गेंदबाजों के बीच प्रतिस्पर्धा से चिंतित नहीं हैं। कुलदीप ने कहा कि उन्हें जब मौका मिलेगा वह तब अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देंगे। कुलदीप ने श्री लंका के खिलाफ होने वाले तीसरे मैच से 2 दिन पहले आर. प्रेमदासा स्टेडियम में मीडिया से बातचीत की।
उत्तर प्रदेश के युवा गेंदबाज ने कहा, ‘विकल्पों का होना भारतीय टीम के लिए जरूरी है। मैं इसे सकारात्मक तरीके से लेता हूं। मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।’ भारतीय टीम ने 5 मैचों की वनडे सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त ले ली है। टीम में इस समय अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल ने स्पिन आक्रमण की जिम्मेदारी संभाल रखी है। देश को 2 शीर्ष स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को इस सीरीज के लिए आराम दिया गया है।
कुलदीप से जब टेस्ट से वनडे में आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘लाल गेंद से सफेद गेंद में काफी कुछ बदल जाता है। बल्लेबाज वनडे में ज्यादा आक्रामक होते हैं। टेस्ट में आपको विकेट के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। वनडे अलग होते हैं क्योंकि आपके पास सीमित समय होता है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं रन रोकने की कोशिश नहीं करता और हमेशा विकेट लेने के लिए जाता हूं। इससे टीम को भी मदद मिलती है।’
कुलदीप का मानना है कि गेंदबाजों को विकेट लेने की आदत होनी चाहिए रन रोकने की नहीं। युवा चाइनामैन ने कहा, ‘मैं सरल तरीके से सोचता हूं। विकेट लेना गेंदबाज की आदत होनी चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप साधारण गेंदबाज हैं।’ कुलदीप ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में खेले गए टेस्ट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके बाद वह वेस्ट इंडीज दौरे पर भी टीम के साथ गए थे।
उन्होंने कहा, ‘श्रीलंकाई विकेटों की अपेक्षा वेस्ट इंडीज के विकेट ज्यादा धीमे थे। श्री लंका में विकेट भारत के विकेटों की तरह हैं इससे बल्लेबाजी आसान हो जाती है। वेस्ट इंडीज में स्पिनरों के लिए टर्न नहीं थी। श्री लंका के विकेट बल्लेबाजी करने के लिए बेहतर हैं।’ कुलदीप का कहना है कि भारत के विश्व विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना उनके सपने का सच होना है। उन्होंने कहा कि धोनी विकेट के पीछे से सबसे अच्छे जज हैं।
उन्होंने कहा, ‘धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने को लेकर मेरे पास शब्द नहीं हैं। पिछले 6 महीनों से मैं माही भाई (धोनी) के साथ हूं। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है। वह विकेट के पीछे से आपको सबसे अच्छी तरह समझ सकते हैं। मैं खुश किस्मत हूं कि मैं उनके 300वें वनडे मैच में उनके साथ रहूंगा।’ धोनी गुरुवार को अपना 300वां वनडे मैच खेलेंगे।
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