ब्रिटेन के सबसे कम उम्र का दोषी करार दिया गया आतंकवादी 15 साल का
|इस 15 वर्षीय किशोर की पहचान जारी नहीं की गई है। आतंकवाद भड़काने के आरोप में उसे कम से कम पांच साल जेल में रहना होगा और उसे तभी रिहा किया जाएगा जब उसे किसी के लिए भी खतरा ना माना जाए। आदेश के नियमों के अनुसार उसे व्यवस्था के प्रावधान के तहत पांच वर्ष बाद रिहा किया जा सकता है। आतंकवाद भड़काने के आरोप को स्वीकार करने वाले इस किशोर को सजा सुनाते हुए, मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट के न्यायमूर्ति सौंडर्स ने कहा, ‘इस देश और ऑस्ट्रेलिया में पुलिस के हस्तक्षेप के लिए धन्यवाद, क्योंकि उसके कारण हमला और वह मौतें जिनकी योजना थी नहीं हो सकीं।’ उन्होंने कहा, ‘यदि अधिकारियों ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो वह (किशोर) इस मंशा से अपनी भूमिका निभाता कि इसके परिणामस्वरुप कई लोगों की मौतें होंगी। मार्च, 2015 में खुश होता, अगर ऐसा हुआ होता। उसने अपने बुरे काम का जश्न मनाया होता।’ उन्होंने कहा, ‘मामले में यह बात उजागर हुई कि महज 14 वर्ष आयु को कोई इतना चरमपंथी हो सकता है कि वह इस मंशा से अपनी भूमिका निभाने को तैयार था कि जिसमें लोग मारे जाएंगे, यह सदमा पहुंचाने वाला है।’
इस्लामिक स्टेट से प्रेरित होकर ऑस्ट्रेलिया में परेड के दौरान पुलिसकर्मियों का सिर कलम करने की साजिश करने वाले किशोर को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। वह ब्रिटेन का सबसे कम उम्र में दोषी करार दिया जाने वाला आतंकवादी है।
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