बेटे जान कुमार की इनसल्ट से दुखी मां रीता बोलीं- मेरे बाकी दो बेटे भी राहुल से कहीं ज्यादा बेहतर गा सकते हैं
|बिग बॉस सीजन 14 में जान कुमार पर राहुल वैद्य ने एक बार फिर नेपोटिज्म का सवाल दाग दिया। जिसके बाद जान की मां रीता भट्टाचार्य ने एक बार फिर राहुल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जान अपने दम पर अपना नाम बनाना चाहता है। उन्होंने कहा कि जान को भूल जाईए, मेरे दूसरे बेटे भी राहुल से बेहतर गा सकते हैं।
जान ने कहा था- बाप पे मत जा
राहुल के इस कमेंट के बाद जान और बाकी घरवाले भी हैरान हैं। राहुल ने कहा था- मुझे नेपोटिज्म से नफरत है। यहां जितने भी लोग हैं वे अपनी मेहनत के दम पर हैं, जान यहां केवल अपने पिता के बेटे होने के कारण है। उनके पास अपना व्यक्तित्व नहीं है। जान को जब यह पता चला तो उन्होंने गुस्से में कहा कि ये मेरी खुशकिस्मती है कि मैं कुमार सानू का बेटा हूं। इतना ही नहीं उन्हें गुस्से में राहुल से यह भी कहते सुना गया था- बाप पे मत जा।
रीता ने कहा- टास्क में नेपोटिज्म भूल गए थे
स्पॉट बॉय को दिए एक इंटरव्यू में रीता ने कहा कि जान अपनी मेहनत के दम पर शो में है। यह बहुत ही अपमानजनक बयान है। अगर राहुल को ये लगता है कि जान नेपोटिज्म के कारण शो में है तो वे दोनों एक साथ एक प्लेटफॉर्म पर क्यों हैं। वे मेरे बेटे के साथ क्यों हैं। जान के पिता ने 23 हजार गाने गाए हैं तो उनका बेटा होने के नाते जान इंडस्ट्री में 23 गाने तो गा ही लेना चाहिए थे। लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि उसने सबकुछ अपनी बदौलत हासिल किया है।
रीता ने आगे कहा कि राहुल उस वक्त नेपोटिज्म क्यों भूल गए थे जब जान की सिंगिंग ने उन्हें टास्क जीतने में मदद की थी।
कुमार नहीं चाहते थे जान बिग बॉस में जाए
रीता ने आगे बताया कि कुमार सानू नहीं चाहते थे कि जान इस शो में जाए। लेकिन यह जान का फैसला था क्योंकि वह अपने आप को साबित करना चाहता था। यह जानते हुए कि उनका बेटा कितना अच्छा सिंगर है, फिल्म इंडस्ट्री में एक म्यूजिक डायरेक्टर या कम्पोजर नहीं है, जिन्हें उन्होंने कहा हो कि उसके एक चांस दो। क्योंकि हम मानते हैं कि बच्चों को अपना नाम खुद बनाना है।
अगर वे अच्छे होंगे तो जनता उन्हें अपनाएगी नहीं तो नहीं। रीता ने कहा उनके दो बड़े बेटे भी गा सकते हैं। पूरे सम्मान के साथ कहती हूं कि जान को भूल जाईए, मेरे बाकी दोनों बेटे राहुल से बेहतर सिंगर हैं। लेकिन वे पब्लिक में नहीं हैं क्योंकि वे यह चाहते ही नहीं हैं।