बीसीसीआई ने तीन करोड़ 90 लाख खर्च करने से इनकार किया
| भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने कहा है कि उसने न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा समिति पर तीन करोड़ 90 लाख रुपये खर्च नहीं किए, बल्कि इसके ’10वें हिस्से से भी कम’ खर्च किया है। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के मद्देनजर बीसीसीआई में सुधार का सुझाव देने के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा समिति पर क्रिकेट बोर्ड पहले ही तीन करोड़ 90 लाख रुपये खर्च कर चुका है। बीसीसीआई ने कहा कि यह खबर ‘पूरी तरह गलत और मनगढ़ंत’ है। बोर्ड ने बयान में कहा, ‘अपने गठन के चार महीने से अधिक समय में समिति ने देश के विभिन्न हिस्सों में एक दर्जन से अधिक बैठकें कीं और जितना बताया गया उसके दसवें हिस्से से भी कम राशि खर्च की गई।’ समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ ने गुरुवार को अनजाने में अपनी खबर में लिखा था कि बीसीसीआई पहले ही उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति पर तीन करोड़ 90 लाख रुपये खर्च कर चुका है।
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