‘बिलियन डॉलर क्लब में शामिल होने की राह पर टाइम्स इंटरनेट’

नई दिल्ली
देश के दिग्गज मीडिया हाउसेज में शामिल बीसीसीएल की डिजिटल प्रॉडक्ट कंपनी टाइम्स इंटरनेट अगले पांच वर्षों में बिलियन डॉलर कंपनी बनने की तैयारी में है। इसे अपनी अधिक पहुंच और इंटरनेट की ऊंची ग्रोथ से इस लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी। टाइम्स इंटरनेट इसके लिए एक आक्रामक दृष्टिकोण अपनाएगा और ज्यादा ग्रोथ हासिल करने के लिए अपनी पहुंच बढ़ाने की कोशिश करेगा।

टाइम्स इंटरनेट के सीईओ गौतम सिन्हा ने बताया, ‘टाइम्स इंटरनेट इस फाइनैंशल इयर के दौरान 1,000 करोड़ रुपये के नेट रेवेन्यू का आंकड़ा पार कर लेगा। हमारा टारगेट 2021 तक रेवेन्यू के लिहाज से बिलियन डॉलर कंपनी बनने का है। टाइम्स इंटरनेट की मौजूदा कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) 46 पर्सेंट है और यह आने वाले समय में बढ़कर 51 पर्सेंट पर पहुंचने की उम्मीद है।’

सिन्हा ने कहा कि क्रिकबज, गाना, मैजिकब्रिक्स जैसे वेंचर्स के साथ टाइम्स इंटरनेट देश के कन्ज्यूमर इंटरनेट सेगमेंट की सबसे बड़ी खिलाड़ी के तौर पर उभरा है। उन्होंने कहा, ‘टाइम्स इंटरनेट उन सभी वर्टिकल्स में अपना मार्केट शेयर सबसे अधिक करने का लक्ष्य बना रहा है, जिनमें यह ऑपरेट करता है।’

19 करोड़ से अधिक मंथली यूजर्स के साथ टाइम्स इंटरनेट की पहुंच देश में इंटरनेट से जुड़ी जनसंख्या के 50 पर्सेंट से अधिक हिस्से तक है। इसके यूजर्स की संख्या सोशल प्लेटफॉर्म फेसबुक से भी अधिक है।

सिन्हा ने बताया, ‘टाइम्स इंटरनेट देश में सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी है और हमारी महत्वाकांक्षा आने वाले वर्षों में इस पोजीशन को और मजबूत करने की है।’ टाइम्स इंटरनेट ने कुछ फर्मों का एक्विजिशन भी किया था। सिन्हा ने बताया कि आने वाले समय में कंपनी के अंदर ग्रोथ के साथ एक्विजिशन के जरिए बिजनेस बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘टाइम्स इंटरनेट स्ट्रैटेजिक इनवेस्टमेंट्स या एक्विजिशंस पर विचार करेगा। अगले चार-पांच वर्षों में कंपनी सीड इनवेस्टमेंट्स, सीरीज A और B इनवेस्टमेंट्स और एक्विजिशंस कर सकता है।’

अभी टाइम्स इंटरनेट को अपने रेवेन्यू का 47 पर्सेंट ऐडवर्टाइजमेंट्स से, 17 पर्सेंट क्लासिफाइड्स से, लगभग 24 पर्सेंट ट्रांजैक्शंस से और करीब 15 पर्सेंट सब्सक्रिप्शंस से मिलता है। सिन्हा ने बताया कि 2021 तक ऐडवर्टाइजमेंट्स से रेवेन्यू घटकर 44 पर्सेंट हो जाएगा। इसके साथ ही क्लासिफाइड से रेवेन्यू में भी कुछ कमी आएगी। हालांकि, सब्सक्रिप्शंस से मिलने वाला रेवेन्यू बढ़कर 20-23 पर्सेंट हो जाएगा।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

बिज़नस न्यूज़, व्यापार समाचार भारत, वित्तीय समाचार, News from Business