फिल्म रिव्यू: क्या कूल हैं हम 3, फूहड़ता की अति
|उमेश घडगे निर्देशित ‘कूल हैं हम 3’ ‘एडल्ट कामेडी’ के संदर्भ में भी निराश करती है। इस बार फिल्म के दृश्यों और किरदारों के व्यवहार में अधिक फूहड़ता दिखी। संवादों और प्रसंगों में संभवत: सेंसर के मौजूदा रवैए की वजह से एक आवरण रहा है।