फिल्म रिव्यू: अंधेरों के आदी न बनें, ‘लिपस्टिक अंडर माई बुर्का’ (साढ़े तीन स्टार)
|अलंकृता श्रीवास्तव ने जो रॉ दुनिया गढ़ी है, उसे देखने को जो दर्शक आदी नहीं हैं, उनके लिए यह एक अलग अनुभव होगा। वैसे सच उस दुनिया से भी बड़ा बेरहम है।
अलंकृता श्रीवास्तव ने जो रॉ दुनिया गढ़ी है, उसे देखने को जो दर्शक आदी नहीं हैं, उनके लिए यह एक अलग अनुभव होगा। वैसे सच उस दुनिया से भी बड़ा बेरहम है।