फिर चर्चा फेरबदल की
|सुना गया है कि प्रधानमंत्री ने किसी से कहा है कि मीडिया में जो चर्चा छपती है, उस पर कोई टिप्पणी मत करो। इससे विश्वसनीयता मीडिया की ही खराब होगी। आप कहो मत, करके दिखाओ। वैसे उन्हीं दिनों पृष्ठभूमि में चर्चा यह चल रही थी कि बिहार चुनाव के बाद केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है। बड़ा वाला बदलाव। यहां तक कि बिग फोर में भी उलटफेर। और यह भी कि सूचना प्रसारण मंत्रालय स्मृति ईरानी देखेंगी। जाहिर है, मंत्रियों का टेंशन इससे और बढ़ गया है। जेटली के खिलाफ अभियान ! उधर अरुण जेटली के खिलाफ कानाफूसी अभियान इस समय चरम पर है। बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस ने एक बड़ी पीआर फर्म को अरुण जेटली की छवि बिगाड़ने का ठेका दिया है, क्योंकि अरुण जेटली ईमानदार हैं, क्योंकि उन्होंने नॉर्थ ब्लॉक में दलाल संस्कृति पर पूर्ण विराम लगा दिया है, इससे मझौले और तीसरे दर्जे के बिजनेसमैन परेशान हैं और इसलिए अरुण जेटली के खिलाफ अफवाहें फैला रहे हैं। ट्विटर के अलावा ओबेरॉय और ताज मानसिंह होटलों, खान मार्केट और इंडिया इंटरनेशनल सेंटर जैसे कानाफूसी अड्डों से अरुण जेटली…