फिरोज ख़ान पर बायोपिक करना चाहेंगे ज़ायेद ख़ान, जानें क्यों थे ‘चाचू’..जान से भी प्यारे
|ज़ायेद कहते हैं कि उनका अपना ही स्टाइल था, जिस तरह वह काउ हैट लगाते थे. न जाने कहां से उनके दिमाग में आया था.
ज़ायेद कहते हैं कि उनका अपना ही स्टाइल था, जिस तरह वह काउ हैट लगाते थे. न जाने कहां से उनके दिमाग में आया था.