प्रेजिडेंट ने किया दुनिया के सबसे बड़े सल्फ्यूरिक ऐसिड संयंत्र का उद्घाटन
| राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला (द्वितीय) ने मिलकर 86 करोड़ डॉलर यानी करीब 55 अरब रुपये की लागत से तैयार, भारतीय संयुक्त उद्यम और दुनिया के सबसे बड़े सल्फ्यूरिक ऐसिड संयंत्र का आज उद्घाटन किया। इफको (भारतीय किसान उर्वरक सहकारी संघ लिमिटेड) और जेपीएमसी (जॉर्डेनियन फास्फेट माइन्स कंपनी) के बीच यह संयुक्त उद्यम अब जॉर्डन की राजधानी अमान से 325 किलोमीटर दूर ऐशिदिया शहर में चालू हो गया है। इस संयंत्र की अवधारणा 2007 में तैयार हुई थी। भारत में फास्फेट की उपलब्धता कम होने के मद्देनजर यह संयंत्र भारत के कृषि क्षेत्र को बड़ी राहत देगा। इस संयुक्त उद्यम में उत्पादित फॉस्फोरिक ऐसिड को जॉर्डन के अक्बा बंदरगाह से भारत के कांडला बंदरगाह भेजा जायेगा। अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) ने परियोजना के लिए 33.5 करोड़ डॉलर का ऋण उपलब्ध कराया है जिसमें इफको की 52 फीसदी हिस्सेदारी है। दोनों नेताओं ने रिमोट बटन दबाकर संयंत्र का उद्घाटन किया। इफको के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी यू. एस. अवस्थी ने परियोजना में सहयोग के लिए शाह को धन्यवाद दिया और जॉर्डन में शिक्षा प्रसार के लिए मलिका आलिया के कोष में 1,00,000 जॉर्डेनी दीनार के अनुदान की घोषणा की। राष्ट्रपति मुखर्जी संकट के दौर से गुजर रहे पश्चिम एशिया की छह दिन की ऐतिहासिक यात्रा के पहले चरण में यहां पहुंचे थे।
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