पूर्व कैबिनेट सचिव ने देश में जीएम कपास लाने के लिए अफसोस जताया
|एक पुस्तक विमोचन समारोह में हो रही पैनल बहस में सुब्रमण्यन ने कहा, वर्ष 1990 के दशक में मैंने भारत में जीएम कपास को लाया। 20 वर्षो के बाद, मुझो अफसोस है… मैं हजारों की संख्या में कपास के किसानों की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हूं।
वर्ष 1961 कैच के आईएएस अधिकारी सुब्रमण्यन ने आगे कहा कि अधिकांश यूरोपीय देश और जापान ने जीएम फसलों को अनुमति नहीं दी।
नरेन्द्र मोदी सरकार के प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए सुब्रमण्यन ने कहा, इस सरकार ने तीन वर्षो में शानदार काम किये हैं। मेरा मानना है कि इस सरकार को 10 साल मिलना चाहिये।
उन्होंने कहा कि भारत की विफलता के लिए व्यापक रूप से आईएएस वर्ग को जिम्मेदार ठहराना चाहिये … यह लांछन भारत के अर्थशास्त्र्ाियों पर भी जाना चाहिये जो हार्वर्ड, आक्सफोर्ड विविद्यालय में पढ़े हैं और अब भारत सरकार के लिए काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें भारत के बारे में कुछ भी नहीं पता है।
भाषा राजेश अजय
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
बिज़नस न्यूज़, व्यापार समाचार भारत, वित्तीय समाचार, News from Business