पुलिस के कब्जे से छीनकर गुस्साई भीड़ ने हत्यारे को पीटा
|समाजवादी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए कार्यकर्ता की हत्या करने वाले शख्स को मंगलवार को उग्र भीड़ ने पुलिस की गाड़ी से बाहर निकाला और उसे उसी गांव के पास ले जाकर पीट-पीट कर मार डाला जहां उसने कार्यकर्ता की हत्या की थी। भीड़ ने उन तीन पुलिसवालों पर भी हमला किया जो हत्यारोपी सुधीर सिंह को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
सुधीर सिंह ने कथित तौर पर अपने भाई समर के साथ मिलकर बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की थी। पुलिस और गांववालों के बीच दर्जन भर राउंड गोलियां भी चलीं। हालांकि इस बीच समर भाग निकलने में कामयाब रहा।
पूर्व एसपी कार्यकर्ता की पहचान नाथुराम वर्मा के तौर पर हुई है। पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। इस बीच एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे ने जिला मजिस्ट्रेट गौरव दयाल को चिट्ठी लिखकर सभी गांववालों के हथियारों के लाइसेंस रद्द करने को कहा है। इस वारदात से महज एक दिन पहले ही हाइवे के ढाबे पर एक प्रॉपर्टी डीलर पर गोलियां दाग दी गई थी। हैरानी की बात यह है कि जहां यह वारदात हुई उससे कुछ दूर पर ही पुलिस की गाड़ी खड़ी थी।
सोमवार शाम को, समर और सुधीर सिंह कथित तौर पर वर्मा को मेहरा नाहरगंज में यमुना किनारे ले गए। यहां दोनों पक्षों में प्रॉपर्टी विवाद को लेकर बहसबाजी हुई, जिसके बाद दोनों भाइयों ने वर्मा पर गोली चला दी। दोनों भाइयों ने भागने की कोशिश की लेकिन स्थानीय लोगों ने उनको घेर लिया और पीटना शुरू कर दिया। बाद में किसी ने पुलिस को बुलाया। इस मामले के बाद मेहरा नाहरगंज गांव के अधिकांश पुरुष भाग गए हैं।
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