पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 8 लाख साल में सबसे ज्यादा, खतरनाक स्तर पर होगी ग्लोबल वॉर्मिंग

लंदन
पर्यावरण की समस्या किस स्तर तक बढ़ गई है, इसका अंदाजा वैज्ञानिकों के इस दावे से लगाया जा सकता है कि कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बीते 8 लाख सालों में सबसे ज्यादा हो गया है। हवाई के माउना लोआ ऑब्जर्वेटरी की रीडिंग्स के मुताबिक अप्रैल महीने में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 410 पार्ट्स प्रति मिलियन से अधिक हो गया। इतिहास में यह पहला मौका है, जब ऑब्जर्वेटरी की रीडिंग में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर सबसे अधिक हो गया है।

इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक स्क्रिप्स इंस्टिट्यूशन ऑफ ओसियनॉग्रफी ने कहा कि औद्योगिक क्रांति से पहले पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर 300 पार्ट्स प्रति मिलियन से अधिक नहीं होता था। बीते 8,00,000 सालों में यह पहला मौका है, जब यह स्थिति पैदा हुई है। कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को नापने वाले ग्राफ ‘कीलिंग कर्व’ के मुताबिक बीते कई दशकों में पर्यावरण तेजी से खराब हुआ है।

वैज्ञानिकों ने चेताया है कि पर्यावरण में तेजी से बढ़ रहा कार्बन डाइऑक्साइड का यह स्तर ग्लोबल वॉर्मिंग की स्थिति को खतरनाक स्तर तक बढ़ा सकता है। यह समस्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा तय किए स्तर को भी पार कर सकती है। कार्बन डाइऑक्साइड ऐसी इकलौती सबसे महत्वपूर्ण ग्रीन हाउस गैस है, जो मनुष्य की गतिविधियों के चलते पैदा होती है- जैसे, फ्यूल की बर्निंग, सीमेंट के निर्माण और वनों का क्षरण।

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