पंजाब के एल्विस प्रेस्ली- अमर सिंह चमकीला:शराब और घरेलू हिंसा पर गाने लिखते-गाते थे, 36 साल से अनसुलझी है मौत की गुत्थी
|नेटफ्लिक्स पर 12 अप्रैल को फिल्म अमर सिंह चमकीला रिलीज हो चुकी है। ये फिल्म बनाई गई है पंजाब के दलित फोक सिंगर अमर सिंह चमकीला पर जिन्हें पंजाब का एल्विस प्रेस्ली कहा जाता था। लुधियाना के छोटे से गांव धुबरी में जन्मे अमर एक इलेक्ट्रिशियन थे, लेकिन उनमें एक अनोखा टेलेंट था। वो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, प्रेम-प्रसंग, पति-पत्नी के शारीरिक रिश्तों पर गाने बनाते थे। उनके ये गाने पंजाब की शादियों की पहली पसंद हुआ करते थे। पॉपुलैरिटी इतनी थी कि रोज उन्हें किसी न किसी शादी में गाने बुलाया जाता था। कहा तो ये भी जाता है कि अगर अमर सिंह चमकीला व्यस्त होने पर गाने से इनकार कर देते थे तो शादियां तक टल जाती थीं, लेकिन जितने उनके चाहने वाले थे, उससे कहीं ज्यादा थे उन्हें नापसंद करने वाले। लोग उनके गानों पर झूमते थे, जबकि कई गुट उन्हें धमकी देते थे कि अगर अश्लील और डबल मीनिंग गाए तो उन्हें मार दिया जाए। एक दिन वो धमकी सच साबित हुई। अमर सिंह चमकीला एक शादी में गाने पहुंचे थे, लेकिन गाने से पहले ही उनकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। 8 मार्च 1988 को हुई उनकी हत्या के 36 साल बीत चुके हैं, लेकिन उनके असली कातिलों को नहीं पकड़ा जा सका। पंजाबी फोक सिंगिंग का सुनहरा दौर उनकी मौत के साथ ही खत्म हो गया, लेकिन उनकी पॉपुलैरिटी कभी कम नहीं हुई। पंजाब में आज भी उनके गाने सुने और गुनगुनाए जाते हैं। आज जानिए कौन थे फोक सिंगर अमर सिंह चमकीला और उनकी हत्या की कहानी- गरीब दलित परिवार में हुआ था अमर सिंह चमकीला का जन्म 21 जुलाई 1960 को अमर सिंह चमकीला का जन्म लुधियाना के पास स्थित गांव डुगरी के एक दलित परिवार में हुआ था। असली नाम धनीराम था। सिंगर बनने के बाद उनका नाम अमर सिंह चमकीला पड़ा था। गरीब परिवार में जन्मे अमर सिंह चमकीला ने कम उम्र में ही पढ़ाई छोड़कर कमाई करनी शुरू कर दी थी। इलेक्ट्रिशियन बनने का ख्वाब देखते थे अमर सिंह चमकीला अमूमन हर नौजवान शख्स डॉक्टर, इंजीनियर बनने का ख्वाब देखता है, हालांकि अमर सिंह चमकीला कम उम्र से ही एक इलेक्ट्रिशियन बनना चाहते थे। होश संभाला तो उन्हें एक कपड़ा मिल में काम मिल गया। जब भी काम से फुर्सत मिलती तो अमर सिंह चमकीला गुनगुनाया करते थे। आसपास की घटना को देखकर उसी पर गाना शुरू कर दिया करते थे। बढ़ते समय के साथ अमर की रुचि संगीत में जागने लगी और उन्होंने गाना शुरू कर दिया। गांव के लोगों के साथ ही उन्होंने हार्मोनियम और ढोलकी बजाना भी सीख लिया। गांव में कहीं कोई भी शादी होती थी तो वो अक्सर दोस्तों के साथ ढोलकी लेकर पहुंच जाया करते थे। कम उम्र में हुई पहली शादी, दो बेटियों की हुई मौत अमर सिंह चमकीला की शादी गांव में रहने वाली गुरमैल कौर से हुई थी। दोनों के 4 बच्चे हुए थे, लेकिन अफसोस कि उनमें से उनकी सिर्फ 2 बेटियां अमलदीप और कमलदीप ही बच सकीं। 18 साल की उम्र में मिला गायिकी का मौका पंजाब म्यूजिक इंडस्ट्री में उस दौर में सुरिंदर शिंदा का नाम हुआ करता था, जो लुधियाना के रहने वाले थे। एक रोज सुरिंदर शिंदा, उनके गांव पहुंचे थे। सुरिंदर शिंदा जब गांव से जाने लगे, तो अमर सिंह चमकीला ने अपनी साइकिल निकाली और दोस्त कुलदीप पारस को पीछे बैठाकर उनके पीछे-पीछे चल पड़े। मुलाकात में अमर सिंह चमकीला ने उन्हें बताया कि वो भी उनकी तरह गायक बनना चाहते हैं। उन्होंने मौके पर ही अपनी गायिकी का एक नमूना पेश कर दिया। सुरिंदर शिंदा उनकी आवाज से इस कदर इंप्रेस हुए कि उन्होंने 18 साल के अमर सिंह चमकीला को अपने साथ काम पर रख लिया। अमर सिंह, सुरिंदर को अपना गुरु मानने लगे और उनके साथ स्टेज शोज में जाने लगे। अमर सिंह चमकीला लिखते थे और धुन बनाते थे और वही गाने सुरिंदर शिंदा स्टेज पर गाया करते थे। कुछ एक मौके पर सुरिंदर शिंदा ने अमर सिंह चमकीला को साथ गाने का भी मौका दिया। स्टेज शोज करते हुए उन्हें मशहूर पंजाबी फोक सिंगर्स के. दीप, मोहम्मद सादिक जैसे लोगों के साथ भी परफॉर्म करने का मौका मिला था। मिलती थी महज 100 रुपए तनख्वाह अमर सिंह चमकीला के लिखे गानों से सुरिंदर शिंदा को काफी पहचान मिली थी। हालांकि अमर सिंह चमकीला महज एक राइटर बनकर रह गए। वहीं दूसरी तरफ उनकी तनख्वाह भी महज 100 रुपए महीना थी, जबकि उनके गाने गाकर सुरिंदर शिंदा हजारों में कमाई करता था। 80 के दशक की शुरुआत में सुरिंदर शिंदा और उनके ग्रुप की फीमेल लीड सिंगर सुरिंदर सोनिया के बीच अनबन हो गई। दरअसल सुरिदंर शिंदा, सोनिया के बजाय गुलशन कोमल को अपने साथ कनाडा टूर पर ले गए थे। सोनिया इस बात से इतना नाराज हुईं कि उन्होंने अमर सिंह चमकीला से अपनी नई टीम बनाने को कह दिया। अमर सिंह चमकीला ने अपने गुरु को धोखा देने से साफ इनकार कर दिया, लेकिन समय के साथ वो नई टीम बनाकर अकेले पहचान बनाने के लिए राजी हो गए। साल 1980 में अमर सिंह चमकीला और सोनिया का एल्बम ‘टकुए ते टाकुआ’ रिलीज हुआ, जिसमें दोनों ने 8 डुएट गाने गाए। ये एल्बम पूरे पंजाब में काफी हिट रहा और अमर सिंह चमकीला के पास प्रोग्राम्स और स्टेज शोज के कई ऑफर आने लगे। दोनों की जोड़ी पंजाब में काफी हिट रही। डबल मीनिंग, शराब और घरेलू हिंसा पर गाने लिखते थे अमर सिंह चमकीला अमर सिंह चमकीला अपने गाने खुद लिखा करते थे। उनके गानों की लिरिक्स ज्यादातर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, शराब, पंजाब में बढ़ते ड्रग यूज पर होती थी। वे अपने गाने खुद कम्पोज भी करते थे। उनके कई गाने रिश्तों पर भी थे, जो डबल मीनिंग होते थे। कई लोग कहते थे कि अमर सिंह चमकीला अश्लील गाने गाते थे, लेकिन यही गाने उनकी पहचान बने। पहली पार्टनरशिप में मिला धोखा, अकेले बनाई पहचान अमर सिंह चमकीला और उनकी पार्टनर सोनिया के मैनेजर सोनिया के पति ही थे। दोनों के गानें हिट जरूर हो रहे थे, लेकिन उनके मैनेजर अमर सिंह चमकीला से ज्यादा फीस सोनिया को दिया करते थे। हर प्रोग्राम के उन्हें करीब 800 रुपए मिलते थे, जिनमें से 600 रुपए सोनिया को दिए जाते थे और अमर सिंह चमकीला को महज 200। जब उन्होंने इस धोखाधड़ी के खिलाफ आवाज उठाई, तो झगड़ा हुआ और टीम टूट गई। ग्रुप की सिंगर से हुआ प्यार, शादी की तो हुआ विवाद अमर सिंह चमकीला ने टीम टूटने पर हार नहीं मानी और अलग-अलग फीमेल सिंगर्स के साथ परफॉर्म करने लगे। अमर सिंह चमकीला एक परमानेंट फीमेल सिंगर की तलाश में थे। इसी बीच उनकी मुलाकात अमरजोत से हुई। उन्हें अमरजोत की आवाज पसंद आई और दोनों साथ गाने लगे। दोनों का पहला एल्बम भुल गई मैं घुंड खाड़ना जबरदस्त हिट रहा था। प्रोग्राम के सिलसिले में साथ समय बिताते हुए दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और दोनों ने शादी कर ली। अमर सिंह चमकीला और अमरजोत की शादी कई कारणों से विवादों में रही थी। पहला विवाद यह था कि अमर सिंह चमकीला पहले से शादीशुदा थे। वहीं दूसरा सबसे बड़ा विवाद ये रहा कि अमर सिंह चमकीला एक दलित थे और अमरजोत अपर कास्ट जाट थीं। कई बार अलग-अलग गुट उन्हें जान से मारने की धमकी देते थे। हालांकि उन धमकियों से उनके रिश्ते पर असर नहीं पड़ा। शादी के एक साल बाद अमरजोत ने बेटे जयमान चमकीला को जन्म दिया था। बढ़ती पॉपुलैरिटी के चलते अमर सिंह चमकीला को बड़े-बड़े स्टूडियो से गाने के ऑफर मिलते थे। उनके कई गानों की रिकॉर्डिंग भी करवाई गई थी, जिनके कैसेट निकाले गए थे। उनके गाए और लिखे गाने इतने हिट रहते थे कि उनकी ब्लैक मार्केटिंग होती थी। अमर सिंह चमकीला और अमरजोत का सबसे हिट गाना पहिले ललकारे नाल मैं डर गई रहा। कनाडा और दुबई में भी होते थे अमर सिंह चमकीला के प्रोग्राम पंजाब और दिल्ली के अलावा अमर सिंह चमकीला के गाने विदेशों में भी चर्चा में रहते थे। उन्होंने कनाडा में कई स्टेज शोज भी किए थे। वहीं दुबई से भी उन्हें कई बार गाने के लिए बुलावा आया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक वो एक स्टेज शो के 500 रुपए और एक शादी में गाने के 4 हजार रुपए लेते थे। डेट्स नहीं मिलने पर लोग पोस्टपोन कर देते थे शादियां अमर सिंह चमकीला उस दौर के सबसे फेमस पंजाबी सिंगर थे। कहा जाता है कि अगर व्यस्त होने के कारण वो किसी शादी में गाने से इनकार कर देते थे तो लोग उनके शेड्यूल के मुताबिक शादी की डेट्स बदल दिया करते थे। आए दिन मिलती थी जान से मारने की धमकी जैसे-जैसे अमर सिंह चमकीला की पॉपुलैरिटी बढ़ती जा रही थी, वैसे-वैसे उनके दुश्मनों की लिस्ट में भी इजाफा हो रहा था। उनके साथ काम करने वाले कई सिंगर्स उनकी कामयाबी से चिढ़ा करते थे और उनके गानों और लिरिक्स की आलोचना करते थे। कई बार उनकी छवि खराब करने के लिए झूठी अफवाहें फैलाई जाती थीं। 80 के दशक के आखिर में उन्हें आए दिन जान से मारने की धमकियां मिलने लगी थीं। अश्लील गानों के लिए मांगी थी सिख मिलिटेंट ग्रुप से माफी जब धमकियां मिलने का सिलसिला बढ़ने लगा तो अमर सिंह चमकीला ने सिख मिलिटेंट के एक गुट से माफी मांगी थी। साथ ही उन्होंने ये भी आश्वासन दिया था कि वो अब से अश्लील गाने नहीं लिखेंगे। फरमाइश पर दर्शकों को सुनाते थे अश्लील गाने अमर सिंह चमकीला ने धमकियों से डरकर अश्लील और डबल मीनिंग गाने बंद कर दिए और धार्मिक गाने शुरू कर दिए। जब भी शादियों में धार्मिक गाने गाते थे, तो लोग उनसे अश्लील गानों की डिमांड करते थे। शुरुआत में तो उन्होंने अश्लील गानों से साफ इनकार कर दिया, लेकिन जब डिमांड बढ़ने लगी, तो उन्होंने दोबारा उसी तरह के गाने लिखने और गाने शुरू कर दिए। अज्ञात हत्यारों ने गोलियों से भूना, पत्नी अमरजोत भी मारी गईं 8 मार्च 1988, अमर सिंह चमकीला अपनी पत्नी अमरजोत और 3 साथियों के साथ फिल्लौर के पास स्थित महमगांव में हो रही एक शादी में परफॉर्म करने पहुंचे थे। जैसे ही 27 साल के अमर सिंह चमकीला अपने साथियों के साथ कार से उतरे, वैसे ही कुछ अज्ञात लोगों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस हमले में अमर सिंह चमकीला, उनकी पत्नी अमरजोत, साथी बलदेव और रंजीत मारे गए, जबकि एक साथी जख्मी हो गया। मौत के बाद सामने आई कई थ्योरी, नहीं मिले हत्यारे अमर सिंह चमकीला की मौत के बाद उनके परिवार ने उनके हत्यारों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं की। हैरानी की बात ये रही कि इतना बड़ा और नामी कलाकार होने के बावजूद पुलिस ने भी अपनी तरफ से हत्यारों को ढूंढने की कोशिश नहीं की। हालांकि समय-समय पर उनकी मौत की अलग-अलग थ्योरी सामने आई। कहा गया कि अश्लील लिरिक्स के चलते खलिस्तानियों ने उनकी हत्या कर दी। वहीं कुछ का मानना था दलित होकर जाट अमरजोत से शादी करने पर कई लोग उनसे नाखुश थे। एक थ्योरी ये भी सामने आई कि उनके जमाने के सिंगर्स ने उनकी कामयाबी के चलते उनकी हत्या करवाई। हालांकि असली वजह क्या थी, ये उनकी मौत के 39 साल बाद भी पता नहीं चल सका है। इम्तियाज अली ने बनाई फिल्म 12 अप्रैल को नेटफ्लिक्स पर फिल्म अमर सिंह चमकीला रिलीज हुई है। फिल्म में पॉपुलर सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ ने अमर सिंह चमकीला की भूमिका निभाई है, जबकि परिणीति चोपड़ा उनकी पत्नी अमरजोत के किरदार में हैं।