पंचायत के ‘विधायक जी’ ने साधा पंकज त्रिपाठी पर निशाना:बोले- इंडस्ट्री में कुछ एक्टर्स अपने स्ट्रगल को ग्लैमराइज करते हैं
|‘पंचायत’ फेम एक्टर पंकज झा ने बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी पर निशाना साधा है। उन्होंने इशारों ही इशारों में एक्टर पर पॉलिटिक्स करने के आरोप लगाए हैं। झा का कहना है कि इंडस्ट्री में कई एक्टर्स ऐसे हैं जो दूसरे एक्टर्स का काम छीनकर अपने स्ट्रगल को ग्लैमराइज करते हैं। ‘मेरे पीछे होने वाली राजनीति से मुझे फर्क नहीं पड़ता’ डिजिटल कमेंट्री को दिए एक इंटरव्यू में जब पंकज से पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के रोल को लेकर उनके साथ पॉलिटिक्स हुई थी ? इसके जवाब में झा ने कहा, ‘अगर मेरे पीठ पीछे पॉलिटिक्स होती है तो मुझे फर्क नहीं पड़ता। जो किसी के पीठ पीछे राजनीति करते हैं वो अमूमन कायर ही होते हैं पर अगर सामने वाले का पॉलिटिक्स से मुझे हानि कर गया तो फिर पॉलिटिक्स करने वाला जीत गया ना।’ ‘दो दिन बाद पता चला वो रोल कोई और कर रहा है’ इस वाकये को शेयर करते हुए झा ने बताया- ‘मैं एक फिल्म की शूटिंग के लिए पटना गया था। वहां मुझे मैसेज कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा का मैसेज मिला कि वो मुझे ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में कास्ट करना चाहते हैं। मैं किसी और प्रोजेक्ट की शूटिंग करके दो दिनों पर वापस लौटा तो पता चला कि वासेपुर वाला रोल किसी और दे दिया गया है।’ ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से बदली पंकज त्रिपाठी की किस्मत बताते चलें कि झा ने अनुराग के साथ ‘ब्लैक फ्राइडे’ और ‘गुलाल’ जैसी फिल्मों में काम किया था। इसके बाद अनुराग ने 2012 में रिलीज हुई फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में सुल्तान के रोल के लिए भी झा को अप्रोच किया था। हालांकि, बाद में यह रोल पंकज त्रिपाठी ने किया और इस किरदार ने उनकी किस्मत बदल दी। बोले- कुछ लोग चप्पल चुरा लेते हैं इंटरव्यू में आगे झा ने पंकज त्रिपाठी की तरफ इशारा करते हुए यह भी कहा कि कुछ लोग किसी का चप्पल चुरा लेते हैं और कहते हैं कि वो हमारे लिए बहुत बड़े एक्टर हैं इसलिए उनका चप्पल चुरा लिया। बताते चलें कि स्ट्रगल के दिनों में पंकज त्रिपाठी जिस होटल में काम करते थे वहां एक बार मनोज बाजपेयी ठहरने के लिए आए थे। मनोज अपनी चप्पल होटल में ही भूल गए थे जिन्हें पंकज ने रख लिया था। यह किस्सा त्रिपाठी ने एक इंटरव्यू में सुनाया था। खुद को बताया डायरेक्टर्स मेकिंग एक्टर बातचीत में झा ने पंकज के अलावा डायरेक्टर अनुराग कश्यप पर भी निशाना साधा है। उन्होंने खुद को डायरेक्टर मेकिंग एक्टर बताते हुए कहा, ‘अगर ‘सत्या’ और ‘गुलाल’ जैसी फिल्मों से एक्टर्स के करियर बने हैं तो कई एक्टर्स ने डायरेक्टर्स का भी करियर बनाया है। पर यहां कुल लोग बहुत ही लिजलिजे हैं। उनकी रीढ़ की हड्डी ही नहीं है। वो आपने शब्द तक नहीं रख पाते। कुछ डायरेक्टर्स तो इतनी बुरी स्थिति में हैं कि खुद उनके पास कोई काम नहीं है। वो एक ही प्रोजेक्ट पर 36 अलग-अलग काम कर रहे हैं।’ 2001 से एक्टिव हैं पंकज झा पंकज झा 2001 से इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। वे पहली बार मीरा नायर की फिल्म ‘मॉनसून वेडिंग’ में नजर आए थे। इसके अलावा वे ‘कंपनी’, ‘हासिल’ और ‘अतरंगी रे’ जैसी फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। हाल ही में रिलीज हुए वेब सीरीज पंचायत के सीजन 3 में वो विधायक चंद्रकिशोर सिंह के रोल में नजर आ रहे हैं।