निर्यात में लगातार सातवें महीने गिरावट, जून में 15.82% घटा
| लगातार सातवें महीने गिरावट के साथ भारत का निर्यात जून में 15.82 प्रतिशत घटकर 22.28 अरब डॉलर पर आ गया। वैश्विक बाजारों में नरमी और कच्चे तेल में गिरावट से पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात प्रभावित हुआ। पिछले साल जून में वस्तुओं का निर्यात 26.47 अरब डॉलर रहा था। आखिरी बार निर्यात में वृद्धि नवंबर, 2014 में दर्ज की गई थी जब यह 7.27 प्रतिशत बढ़ा था। आलोच्य माह में आयात भी 13.40 प्रतिशत घटकर 33.11 अरब डॉलर पर रहा। आयात में गिरावट की वजह तेल और सोने के आयात में गिरावट आना है। इस तरह से, जून 2015 में व्यापार घाटा कम होकर 10.82 अरब डॉलर रह गया, जो जून, 2014 में 11.76 अरब डॉलर था। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जिन प्रमुख निर्यातक क्षेत्रों में गिरावट दर्ज की गई, उनमें पेट्रोलियम उत्पाद (करीब 53 प्रतिशत), इंजीनियरिंग (करीब 5.5 प्रतिशत), चमड़ा एवं चमड़े से बने सामान (करीब पांच प्रतिशत) और रसायन (1.26 प्रतिशत) शामिल हैं। निर्यातकों ने निर्यात में निरंतर गिरावट पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि सरकार को गिरावट रोकने के लिए तेजी से उपाय करने चाहिए। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस (फियो) के अध्यक्ष एस. सी. रल्हान ने कहा, ‘यह गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि निर्यात में गिरावट जारी है। सरकार को इस गिरावट के पीछे की वजह समझने के लिए भागीदारों के साथ तत्काल विचार विमर्श करना चाहिए और स्थिति से उबरने के लिए उपाय करने चाहिए।’ उन्होंने कहा कि इसके प्रमुख कारण कच्चे तेल, धातु और जिंसों की कीमतों में नरमी और पश्चिमी बाजारों में नरमी बने हुए हैं। जून, 2015 में कच्चे तेल का आयात भी 34.97 प्रतिशत घटकर 8.67 अरब डॉलर रहा। गैर तेल आयात भी 1.85 प्रतिशत घटकर 24.44 अरब डॉलर रहा। इस दौरान, सोने का आयात करीब 37 प्रतिशत घटकर 1.96 अरब डॉलर रह गया। अप्रैल-जून, 2015 के दौरान निर्यात 16.75 प्रतिशत घटकर 66.69 अरब डॉलर रहा, जबकि आयात 12.61 प्रतिशत घटकर 98.91 अरब डॉलर रहा। इससे व्यापार घाटा 32.22 अरब डॉलर रहा। मार्च, 2015 में निर्यात 21 प्रतिशत घटा था तो पिछले छह साल में किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट थी। मई में सेवाओं का निर्यात 9% घटकर 11.87 अरब डॉलर देश से सेवाओं का निर्यात इस साल मई में इससे पिछले महीने की तुलना में नौ प्रतिशत तक घटकर 11.87 अरब डॉलर रहा। अप्रैल में सेवाओं का निर्यात 13.01 अरब डॉलर का रहा था। बुधवार को जारी रिजर्व बैंक के आंकडों के मुताबिक, मई में सेवाओं का आयात भी घटकर 6.31 अरब डॉलर रहा जो इससे पिछले महीने 7.32 अरब डॉलर का था। देश के सकल घरेलू उत्पाद में सेवा क्षेत्र का योगदान 60 प्रतिशत से अधिक है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।