निगम चुनाव: बीजेपी में सरगर्मी, आयोग का इंतजार
|तीनों निगमों के चुनाव को लेकर बीजेपी नेताओं में सरगर्मी बढ़ने लगी है। टिकट पाने के लिए पार्टी नेता व वर्तमान पार्षद दिमाग लगाने में लगे हैं। वॉर्डों को लेकर अगर समीकरण बदले तो कई नेता और पार्षद अपनी पत्नियों को चुनाव लड़ाने पर कवायद भी कर सकते हैं। चुनाव पर विचार-विमर्श करने को लेकर आज एमसीडी नेता दिल्ली चुनाव आयोग से भी मुलाकात करने जा रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम पर पिछले दस साल से बीजेपी का कब्जा है। पांच साल के एकीकृत निगम पर भी बीजेपी रही तो तीन निगम हो जाने के बाद भी उस पर बीजेपी काबिज रही। जो समीकरण हैं, उसके हिसाब से नॉर्थ एमसीडी के 104 वॉर्ड में बीजेपी के पास 67, साउथ एमसीडी के 104 वॉर्ड में 50 और ईस्ट एमसीडी के 64 वॉर्ड में से 35 भी बीजेपी के पास है। दिल्ली सरकार तीनों एमसीडी पर लगातार भ्रष्टाचार व अन्य आरोप लगा रही है, लेकिन एमसीडी नेता मान रहे हैं कि तीनों एमसीडी में जो काम हुए हैं, साथ ही प्रधानमंत्री मोदी का जो ‘जादू’ है, वह तीनों एमसीडी में फिर बीजेपी का जिताएगा। कलाकार मनोज तिवारी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद तो पार्टी नेता व कार्यकर्ता खासे खुश हैं। उनका मानना है कि उनके आने से पूर्वांचल व गरीब वोट बीजेपी की ओर आएंगे, इसलिए निगम चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होने से उन्होंने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है।
सूत्र बताते हैं कि निगम चुनाव को लेकर राज्य लेवल पर अभी भागदौड़ शुरू नहीं हुई है, लेकिन वॉर्ड व जिला स्तर पर दोबारा चुनाव लड़ने वाले पार्षदों व इलाके के नेताओं ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने लोगों को त्योहारों के अलावा अन्य कार्यों की जानकारी पोस्टरों व अन्य माध्यमों से देनी शुरू कर दी है। इस मामले में कई पुरुष निगम पार्षद दिमाग लगा रहे हैं कि अगर उनकी सीट महिला के लिए रिजर्व हो गई तो वे वहां से अपनी पत्नी को टिकट दिलाने का प्रयास करेंगे। बताते हैं कि कुछ पार्षदों की पत्नियों ने तो अपने इलाके में सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होना भी शुरू कर दिया है। असल में कुछ दिन बाद ही राज्य चुनाव आयोग अनुसूचित जाति व महिलाओं के लिए वॉर्ड रिजर्वेशन करने जा रहा है, जिसके बाद यह साफ हो जाएगा कि किस नेता की पत्नी भी चुनाव में लड़ सकती है।
सूत्र बताते हैं कि रिजर्व वॉर्ड व अन्य मसलों को लेकर तीनों निगमों के नेता आज राज्य चुनाव आयुक्त संजय कुमार श्रीवास्तव व अन्य आला अफसरों से मुलाकात करने जा रहे हैं। इनमें तीनों निगमों के मेयर, स्थायी समिति अध्यक्ष, नेता विपक्ष व अन्य नेता होंगे। चूंकि वॉर्डों के परिसीनम का नोटिफिकेशन हो चुका है, इसलिए वॉर्डों में बदलाव की बात नहीं होगी। लेकिन बैठक में इस बात पर विचार होगा कि आयोग कौन सी सीट रिजर्व करने जा रहा है। नॉर्थ एमसीडी के नेता सदन वीपी पांडे के अनुसार हम आयुक्त से इस बात की भी जानकारी लेंगे कि वह वॉर्डों को रिजर्व करने के लिए क्या प्रक्रिया अपनाने जा रहे हैं, ताकि पार्षद व नेता अपने इलाकों का चयन कर वहां चुनाव तैयारी तो शुरू कर सकें। इसके अलावा आयुक्त से अन्य मुद्दों पर भी बात होगी।
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