नरगिस ने बच्चों की खातिर इंडस्ट्री छोड़ी:जया बच्चन-नीतू ने भी बनाई दूरी; परवरिश अच्छी हो, इसलिए सारा के जन्म के बाद अमृता काम पर लौटीं
|मां हर किसी की जगह ले सकती है, लेकिन उसकी जगह कोई नहीं ले सकता। ये लाइन न केवल असल जिंदगी में बल्कि फिल्मों में भी कई बार साबित हो चुकी है। बॉलीवुड में कई हीरोइनों ने बड़े पर्दे पर मां के किरदार निभाए हैं, तो वहीं असल जिंदगी में भी मां बनने के बाद करियर से ज्यादा प्राथमिकता अपने बच्चों की परवरिश को दी है। नरगिस ने फिल्म ‘मदर इंडिया’ में एक ऐसी मां का किरदार निभाया था, जो अपने बच्चों को सही परवरिश देने के लिए कुछ भी कर सकती है। असल जीवन में भी उन्होंने बच्चों की परवरिश के लिए एक्टिंग छोड़ दी थी। उन्होंने मरते दम तक अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना नहीं छोड़ा। जया बच्चन ने भी मां बनने के बाद एक्टिंग से दूरी बना ली थी। नीतू सिंह भी शादी के बाद पूरी तरह हाउसवाइफ बन गईं। बेटी आराध्या के जन्म के बाद ऐश्वर्या राय बच्चन की भी लाइफ चेंज हो गई। कभी इंडस्ट्री की सबसे बड़ी एक्ट्रेसेस में शुमार रहीं ऐश्वर्या ने फिल्मों से ज्यादा बच्ची की परवरिश को तरजीह दी। इसके अलावा माधुरी दीक्षित ने भी बच्चों के जन्म के बाद इंडस्ट्री से दूरी बना ली थी। जूही चावला ने कहा था कि जब वो मां बनीं तो बच्चों को देखने का उनका नजरिया बदल गया। बच्चों की परवरिश के लिए नरगिस दत्त ने छोड़ दी एक्टिंग बीते जमाने की दिग्गज एक्ट्रेस नरगिस दत्त ने अपनी एक्टिंग और खूबसूरती से इंडस्ट्री पर लंबे समय तक राज किया। उन्होंने अपने करियर में कई यादगार किरदार निभाए। फिल्म ‘मदर इंडिया’ में उन्होंने एक ऐसी मां का किरदार निभाया था, जो अपने बच्चों को सही परवरिश देने के लिए कुछ भी कर सकती है। नरगिस ने अपने इस किरदार से हर किसी का दिल जीत लिया। शादी के बाद नरगिस ने एक्टिंग से दूरी बना ली। उस समय उनका एक्टिंग करियर पीक पर था, लेकिन एक्टिंग करियर से ज्यादा उन्होंने बच्चों की परवरिश का ध्यान रखा और बेटे संजय दत्त, बेटी नम्रता दत्त और प्रिया दत्त की देखभाल करती रहीं। मुझे तीन बच्चों को संभालना पड़ता है: जया बच्चन अमिताभ बच्चन और जया बच्चन बॉलीवुड के फेवरेट कपल्स में से एक हैं। दोनों कपल एक दूसरे का ध्यान रखते हैं। जया बच्चन मानती हैं कि उन्हें तीन बच्चों को संभालना पड़ा। शादी और मां बनने के बाद जया बच्चन ने एक्टिंग से दूरी बना ली थी। एक इंटरव्यू के दौरान जया बच्चन ने कहा था- मुझे तीन बच्चों को संभालना पड़ता है। दरअसल, श्वेता और अभिषेक के अलावा अमिताभ बच्चन को भी जया बच्चा ही मानती हैं। जया बच्चन के साथ उस इंटरव्यू में अमिताभ बच्चन भी थे। जया की बात पर बिग बी ने हंसते हुए कहा था- हमारे दो बच्चे हैं और तीसरा मैं हूं। मेरे बच्चे मेरी दुनिया हैं: नीतू सिंह 70 और 80 के दशक में नीतू सिंह का नाम बेहतरीन एक्ट्रेसेस में शुमार था, लेकिन बच्चे होने के बाद उन्होंने भी बॉलीवुड से दूरी बना ली थी। अपने बच्चों के बारे में बात करते हुए नीतू सिंह ने कहा- जब मेरी शादी हुई मैं पूरी हाउसवाइफ बन गई थी। मेरे बच्चे मेरी दुनिया थे। मैं रोज इन्हें स्कूल से लेने जाती थी। दोनों एक ही स्कूल में थे। रिद्धिमा को पसंद था कि मैं डेनिम पहनकर मॉडर्न मम्मी बनकर आऊं और रणबीर मुझे सलवार कमीज में पसंद करता था। एक दिन डेनिम और एक दिन सलवार कमीज पहनकर जाती थी। मां बनने के बाद मेरी जिंदगी पूरी हो गई: ऐश्वर्या राय बच्चन ऐश्वर्या राय बच्चन न सिर्फ एक सफल अभिनेत्री हैं, बल्कि पत्नी, बहू और मां के रूप में भी खुद को साबित कर चुकी हैं। मां बनने के बाद फिल्मों में उनकी सक्रियता तकरीबन न के बराबर रही है। उन्होंने फिल्मों में कमबैक करने की कोशिश जरूर की,लेकिन पहले वाली बात नहीं बन पाई। ऐश्वर्या ने कपिल शर्मा शो में कहा था कि मां बनने के बाद उनकी जिंदगी पूरी हो गई है। उनके लिए बेटी की परवरिश ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है। ऐश और अभिषेक से सभी पेरेंट्स को यही प्रेरणा मिलती है कि हमें अपने बच्चों को आसमान में उड़ने देना चाहिए और वे जो करना चाहते हैं, उसमें उनका साथ देना चाहिए। बेटे से कभी झूठ नहीं बोलती: सोनाली बेंद्रे मां बनने के बाद सोनाली बेंद्रे भी कुछ समय के लिए एक्टिंग से दूर थीं। सोनाली बेंद्रे ने 12 नवबंर 2002 को डायरेक्टर गोल्डी बहल से शादी की थी। दोनों का एक बेटा रणवीर बहल है। सोनाली कई बार इंटरव्यू में कह चुकी हैं कि मां बनने के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई और अब वो एक्टर या पत्नी नहीं, बल्कि मां हैं। सोनाली कहती हैं कि वो अपने बेटे से कभी झूठ नहीं बोलती हैं और अपने बेटे को भी सच बोलना ही सिखाया है। मां बनी तो बच्चों को देखने का नजरिया बदल गया: जूही चावला जूही चावला को कभी बच्चों से लगाव नहीं रहा। जूही बताती हैं कि करियर की शुरुआत में उन्होंने ‘हम हैं राही प्यार के’ में बच्चों के साथ काम किया था, लेकिन उस समय उन्हें बच्चे बहुत शैतान लगते थे। जूही का मानना था कि बच्चे बहुत शैतान होते हैं और उन्हें बच्चों से कोई खास लगाव नहीं था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान जूही ने कहा था कि मां बनने के बाद बच्चों के प्रति उनके व्यवहार और सोच में काफी बदलाव आया। जूही की बेटी जाह्नवी और बेटे अर्जुन ने उनकी जिंदगी बदल दी। बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहती हूं: माधुरी दीक्षित माधुरी दीक्षित भी अपने परिवार के लिए बॉलीवुड से काफी लंबे समय तक दूर रहीं। शादी के बाद उन्होंने यूएसए में 12 साल बिताए और वहां पर वे अपने पति और बच्चों के साथ रहीं। अब माधुरी दीक्षित मुंबई में ही रह रही हैं। माधुरी अपने दोनों बेटों आरिन और रायन में बचपन से ही अच्छी आदतें डालने की कोशिश करती आ रही हैं। वो कहती हैं, ‘बच्चों को अगर कम उम्र से ही अच्छी आदतें सिखा दी जाएं तो आगे चलकर उन्हें तमीज और अनुशासन में रखना आसान हो जाता है। बच्चों को अच्छे संस्कार देना चाहती हूं, जिससे सही निर्णय लेने के काबिल बन सकें।’ भाग्यशाली हूं कि अपना वक्त परिवार को दिया: भाग्यश्री फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ से भाग्यश्री रातोंरात स्टार बन गईं। जिस समय भाग्यश्री इस फिल्म की शूटिंग कर रही थीं, उस वक्त वो 5 महीने की प्रेग्नेंट थीं। भाग्यश्री ने इंटरव्यू में बताया था कि शादी और बच्चे होने के बाद उन्होंने एक्टिंग छोड़ दी और परिवार पर ध्यान देने लगीं। बेटी अवंतिका के जन्म के बाद भाग्यश्री ने कुछ फिल्मों में काम किया, लेकिन वे नहीं चली। भाग्यश्री कहती हैं, ‘मैं बहुत ही भाग्यशाली हूं कि मैंने अपना वक्त परिवार को दिया। हर मां के जीवन में वो पल आता है, जब वो बच्चों को बड़ा होते हुए देखती है।’ बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए काम पर लौटने का फैसला किया: अमृता सिंह साल 1991 में सैफ अली खान से शादी के बाद अमृता सिंह ‘आईना’ और ‘रंग’ जैसी फिल्मों में नजर आईं, लेकिन जब 1995 में सारा अली खान का जन्म हुआ तो खुद को 8 साल तक एक्टिंग से दूर रखा। साल 2002 में अमृता सिंह फिल्म ‘23 मार्च 1931 शहीद’ में बॉबी देओल की मां के किरदार में दिखीं। ये वो दौर था जब अमृता और सैफ के बीच अनबन का दौर शुरू हो चुका था। तब इब्राहिम अली खान 2 साल के थे। साल 2004 में सैफ और अमृता के बीच तलाक हो गया और बच्चों की कस्टडी अमृता सिंह को मिली। बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए एक्ट्रेस ने काम पर लौटने का फैसला किया। उन्होंने छोटे पर्दे पर भी काम करने से परहेज नहीं किया और ‘काव्यांजलि’ सीरियल में मां की भूमिका में दिखीं। इसके बाद उन्हें मां के ही रोल ऑफर होने लगे। मां अपने बच्चों से बिना किसी लालच के प्यार करती है: काजोल मां बनने के बाद काजोल ने फिल्मों में काम करना कम कर दिया था और वो अपने बच्चों की परवरिश करना चाहती थीं। 2003 में बेटी निसा के जन्म के बाद काजोल तीन साल के लिए ब्रेक पर चली गईं। उसके बाद 2006 में उन्होंने फना के साथ फिल्मों में वापसी की। 2010 में बेटे युग को जन्म देने के बाद काजोल ने पांच साल का ब्रेक लिया और 2015 में फिल्म ‘दिलवाले’ से वापसी की। काजोल कहती हैं, ‘मां की जिम्मेदारी निभाना आसान नहीं है और इसमें हर दिन कुछ नया सीखने को मिलता है। मां बनने के बाद मैंने भी बहुत कुछ सीखा है। मां अपने बच्चों से बिना किसी लालच के प्यार करती है। उसे अपने बच्चों से प्यार के अलावा और कुछ नहीं चाहिए होता है।’