नई बसों की स्कीम पर सीएम को दिया प्रपोजल
|दिल्ली में नई बसों की स्कीम के मुद्दे पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ट्रांसपोर्टर्स के साथ मीटिंग की। एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच ने रीप्रेजेंटेशन के जरिए सीएम को मिडी और मिनी बसों को चलाने का प्रपोजल भी सौंपा। सीएम ने कहा कि वह बस ऑपरेटर्स के प्रपोजल और नई बसें जल्द लाने के मसले पर ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर से बात करेंगे और अगले हफ्ते एक बार फिर बस ऑपरेटर्स के साथ मीटिंग हो सकती है।
एकता मंच के अध्यक्ष सुरिंदर पाल सिंह और प्रवक्ता श्यामलाल गोला ने बताया कि सीएम को दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत करने और मिनी बसों की जरूरत को लेकर प्रपोजल सौंपा गया है। सीएम ने भी कहा है कि दिल्ली सरकार इस मसले पर काफी गंभीर है। मंच के पदाधिकारियों ने कहा है कि वे दिल्ली सरकार की स्कीम के तहत बस लाने को तैयार हैं और क्लस्टर स्कीम के तहत चलने वाली बसों से कम से कम 25 पर्सेंट कम ऑपरेशनल कॉस्ट पर बस ला सकते हैं।
यह भी कहा गया है कि जो भी नई बसें आएंगी, उनमें जीपीएस, सीसीटीवी, स्पीड गवर्नर समेत सभी मॉडर्न टेक्नॉलजी होगी और पार्किंग की जिम्मेदारी भी बस ऑपरेटर्स की ही होगी। पार्किंग के लिए डीटीसी या डीडीए पर निर्भर नहीं रहना होगा। मंच के जनरल सेक्रेटरी सतनाम सिंह ने दिल्ली में अवैध रूप से चलने वाली वैन का मुद्दा भी उठाया। हजारों अवैध वैन चल रही हैं और इससे सरकार को हर रोज करोड़ों रुपये के रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है।
मीटिंग में ऑपरेटर्स ने कहा कि अभी 900 आरटीवी, छह हजार ग्रामीण सेवा और 100 मैक्सी कैब रजिस्टर्ड हैं और इनका किराया आखिरी बार 2009 में बढ़ाया गया था। किराया न बढ़ने के चलते इन गाड़ियों को चलाना मुश्किल हो रहा है। मंच ने कहा है कि क्लस्टर स्कीम व डीटीसी के तहत चलने वाली बसों से लास्ट माइल कनेक्टिविटी नहीं मिल रही है और मिनी बसों से यह समस्या दूर हो सकती है। साथ ही एक्सपर्ट ने भी शहर में मिनी और मिडी बसों को लाए जाने की बात कही है।
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