देश के इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन में जबरदस्त उछाल, अगस्त में 6.4 फीसदी
| अगस्त माह में देश के इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन (आईआईपी) में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, जुलाई में जहां इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन 4.1 फीसदी था वह अगस्त में बढ़कर 6.4 फीसदी हो गया। यह ग्रोथ रेट 3 साल में सबसे अधिक है। इतनी ग्रोथ रेट आखिरी बार अक्टूबर 2012 में था। सरकारी रिलीज के अनुसार, ‘अगस्त 2015 का जनरल इंडेक्स 176.9 है जो अगस्त 2014 माह से 6.4 फीसदी ज्यादा है।’ आईआईपी की यह ग्रोथ इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसकी ग्रोथ पिछले तीन महीनों से 4 फीसदी के आसपास चल रही थी, जुलाई में आईआईपी में 4.2 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी। जिस सेक्टर ने तेजी से रफ्तार पकड़ी है वह मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर है, इसकी ग्रोथ 6.9 फीसदी है। इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन के इंडेक्स में 75 फीसदी हिस्सेदारी केवल मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की है। कैपिटल गुड्स सेक्टर की ग्रोथ 21.6 फीसदी, कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर की ग्रोथ 17 फीसदी रही है। इसके मुकाबले सितंबर में उपभोक्ता महंगाई दर बढ़कर 4.41 फीसदी हो गई है जो अगस्त में 3.74 फीसदी थी। सितंबर 2014 की उपभोक्ता महंगाई दर के मुकाबले यह जरूर कम है, पिछले साल सितंबर में यह 5.63 फीसदी रही। सेंट्रल स्टैटिसटिक्स ऑफिस द्वारा जारी रिटेल महंगाई के आंकड़ों के अनुसार दालें, सब्जियां और दूसरे खाने-पीने के सामान महंगे हुए हैं जबकि फलों की कीमतों में कमी दर्ज की गई है। सितंबर में फूड प्राइस इंफ्लेशन में खासी तेजी दर्ज की गई। फूड प्राइस इंफ्लेशन 3.88 फीसदी हो गई, जबकि अगस्त में यह 2.20 फीसदी रही थी। टैक्स कलेक्शन में खासी बढ़ोतरी हुई है। इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 35.8 फीसदी बढ़ा है।
सब्जियां हुई महंगी
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