देशविरोधी है कम्युनिज्म, मुकाबला करना होगा: पूर्व सेना अधिकारी

नई दिल्ली
9 फरवरी 2016 को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में जो भारत विरोधी नारे लगे, उससे न​ सिर्फ मैं ​बल्कि हर एक भारतीय बुरी तरह आहत हुआ था। कम्युनिज्म देश विरोधी है और यह नहीं चाहता कि भारत की तरक्की हो। ये बातें मंगलवार को ‘ओह माय गॉड्स’ किताब के लेखक और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष जेटली ने मंगलवार को कहीं।

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के स्पीकर हॉल में आयोजित बुक लॉन्चिंग समारोह में मनीष जेटली ने कहा कि जब देश के दिल कही जाने वाली दिल्ली में भारत विरोधी नारे गूंजे तो वह दंग रह गए। मनीष के मुताबिक, कश्मीर में देश विरोधी नारे अमूमन सुने जा सकते हैं, लेकिन जब दिल्ली की एक यूनिवर्सिटी में ‘अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं’, ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’, ‘भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी, जंग रहेगी’ सरीखे नारे जब कुछ छात्रों ने लगाए तो एक फौजी होने के नाते उनसे रहा नहीं गया।

21 साल तक देश की आर्मी को सेवा देने वाले और सरहद पर डटकर दुश्मनों से लोहा लेने वाले मनीष इस जेएनयू कांड के दौरान एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत थे। उन्होंने इस कांड के बाद अच्छी खासी नौकरी छोड़कर इस बारे में किताब लिखने की ठानी। उन्होंने अपनी किताब के ​जरिए कम्यूनिज्म और उसके खतरों पर प्रहार किया है। उन्होंने किताब में जेएनयू कांड के जरिए भारत में वामपंथ की तस्वीर उकेरने की कोशिश की है।

बुक लॉन्चिंग पर मनीष ने कहा, ‘जिंदगी में कुछ लकीरें होती हैं। इन्हें पार करने पर सजा मिलती है। किसी का विरोध करने का अधिकार फ्रीडम आॅफ स्पीच है, लेकिन देश के खिलाफ बोलने का अधिकार किसी को नहीं है। ऐसा करने वाला जिंदगी की तय लकीर को लांघ देता है और जेएनयू कांड में भी कन्हैया ने कुछ ऐसा ही किया।’

उन्होंने कम्युनिज्म के हिसाब से आंदोलन की परिभाषा भी बताई। मनीष ने कहा, ‘कम्युनिज्म कहता है कि एवरी रेवॉल्यूशन नीड्स ब्लड यानी क्रांति के लिए खून की जरूरत है। दरअसल, खून पीकर ही वामपंथ जिंदा है। यही वजह है कि चीन और रूस को छोड़ दिया जाए तो कोई भी देश ऐसा नहीं है जहां वामपंथी विचारधारा की तरक्की हुई हो। यहां तक ​कि चीन की भी तरक्की 1979 के बाद हुई जब उसने कम्युनिज्म को प्रायॉरिटी से हटाने पर जोर दिया।’ मनीष के मुताबिक, जेएनयू कांड के बाद ये देशविरोधी आवाजें बंद नहीं होने वाली इसलिए इसका डटकर मुकाबला करना होगा।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

दिल्ली समाचार, खबर, हिन्दी Political News Delhi