दुनिया की पहली रोबोटिक \’वॉर मशीन\’, ये है सबसे शक्तिशाली टैंक T-14
|मॉस्को। पिछले महीने रूस ने पूरी दुनिया को अपने सबसे पावरफुल टैंक टी-14 अरमाता से रूबरू कराया था। अब इसे बनाने वालों ने दावा किया है कि यह 'वॉर मशीन' युद्ध के दौरान खुद से ऑपरेट करने में भी सक्षम है। मतलब, यह दुनिया का पहला रोबोटिक टैंक है, जो ऑटोमेटिक मोड पर दुश्मनों के दांत खट्टे कर देगा। रूसी हथियारों के आधुनिकीकरण के इन्चार्ज दिमित्री रोगोजिन ने कहा है कि रूस के इस टैंक ने पश्चिमी देशों के डिजाइन को 20 साल पीछे धकेल दिया है। गौरतलब है कि पश्चिमी मीडिया ने भी इसे दुनिया का सबसे अत्याधुनिक और शक्तिशाली टैंक बताया है। आइए नजर डालते हैं, इस थर्ड जेनरेशन टैंक पर। हजारों मीटर दूर बैठे दुश्मनों को डिटेक्ट कर सकता है यह टैंक पांच हजार मीटर दूरी पर भी खड़े ऑब्जेक्ट को आसानी से डिटेक्ट कर लेता है। इसकी मारक क्षमता 7000-8000 मीटर है। टैंक में तीन क्रू मेंबर के बैठने की सुविधा है। वहीं, आर्मर की मजबूती 900 एमएम होने से यह क्रू मेंबर को एक बेहतर सुरक्षा कवच भी प्रदान करता है। टी-14 की मैक्सिम स्पीड 90 किमी प्रति घंटा है। वहीं, रिवर्स मोड पर यह 500 किमी तक ट्रैवल कर सकता…