तंत्र-मंत्र और अघोरियों का गढ़ है ये मंदिर, यहां होती है योनिकुंड की पूजा

गुवाहाटी (असम). कामाख्या मंदिर सबसे पुराना शक्तिपीठ है। यह देवी मां कामाख्या को समर्पित है। गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर दूर नीलांचल पहाड़ी पर बना है। कहा जाता है कि एक बार मां कामाख्या के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। नवरात्रि के पहले दिन शुक्रवार को पीएम मोदी भी इस मंदिर के दर्शन करने पहुंचे। यहां गिरा था सति का योनि भाग…   – देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक होने से मंदिर का महत्व ज्यादा है। – इस मंदिर को तांत्रिक और अघोरियों का गढ़ भी माना जाता है।   – यहां त्रिपुरासुंदरी, मतांगी और कमला की मूर्ति मुख्य रूप से स्थापित है। – मुख्य मंदिर के आसपास देवी की अन्य मूर्तिया विराजमान हैं। – यहां आने वाले भक्त मंदिर के योनिकुंड की पूजा कर परिक्रमा करते हैं।  – इसके अलावा मंदिर के बारे में चमत्कार और रहस्यों पर कई किताबे लिखी गई हैं।   क्या है पौराणिक इतिहास?   – सबसे पुराना और प्रमुख शक्तिपीठ होने के साथ ये मंदिर कई रोचक दास्तां समेटे हुए है।  – कहा जाता है कि एक बार देवी सती अपने शिवजी की इजाजत के बिना पिता के…

bhaskar