जुलाई से दिसंबर 2024 के बीच 10 सीक्वल रिलीज होंगे:फिल्मों पर 700 करोड़ का दांव; एक्सपर्ट बोले- ‘आने वाले छह महीने बेहद खास’
|आने वाले समय में बॉलीवुड पर सीक्वल्स का खुमार चढ़ने वाला है। रोहित शेट्टी की फिल्म ‘सिंघम अगेन’ से लेकर कार्तिक आर्यन की ‘भूल भुलैया 3’ तक, अगले छह महीने में तकरीबन 10 सीक्वल फिल्में रिलीज होने के लिए तैयार हैं। बता दें, इन सीक्वल्स पर तकरीबन 700 करोड़ का दांव लगा हुआ है। ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन की मानें तो किसी भी फिल्म का सीक्वल लाने की स्ट्रेटेजी बॉक्स ऑफिस पर अच्छी ओपनिंग देने में मदद करती है। वहीं, प्रोड्यूसर गिरीश जौहर ने बताया कि कैसे यह स्ट्रेटेजी बैकफायर भी कर सकती है। इन फिल्मों का अलग से एक फैनबेस होता है: अतुल मोहन दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान ट्रेड एक्सपर्ट अतुल मोहन ने कहा, ‘इस बात में कोई दो राय नहीं कि अगले छह महीने सबकी नजर सीक्वल पर होंगी। इन फिल्मों का अलग से एक फैनबेस होता है। किसी ने फिल्म का पहला, दूसरा पार्ट देखा और अगर उन्हें वह पसंद आई हो तो वे आसानी से नई फिल्म से कनेक्ट कर पाते हैं। मेकर्स के लिए रिस्क वैल्यू थोड़ा कम हो जाती है। अब फिल्म लंबे समय तक कैसा परफॉर्म करती है, यह तो कंटेंट पर निर्भर करता है। हालांकि, इन फिल्मों से एक अच्छी ओपनिंग की उम्मीद लगाई जा सकती है।’ सीक्वल बनते हैं क्योंकि यह सेफ गेम है: गिरीश जौहर प्रोड्यूसर और फिल्म बिजनेस एक्सपर्ट गिरीश जौहर की मानें तो यह स्ट्रेटेजी बैकफायर भी करती है। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘सीक्वल बनते हैं क्योंकि यह सेफ गेम है। प्रोडयूसर को भरोसा होता है कि जिसने पहली फिल्म देखी है, वह दूसरी भी जरूर देखेगा। लेकिन यह जरूरी नहीं कि सीक्वल में भी कहानी उतनी ही दमदार हो। यदि नई फिल्म की एंटरटेनमेंट वैल्यू लोगों को पसंद नहीं आई तो वो बैकफायर होगी। अच्छे कंटेंट के बिना यह स्ट्रेटेजी अधूरी है। फिल्म की ब्रांड वैल्यू को नुकसान होता है। बीते कुछ सालों में कुछ ऐसी फिल्में भी रही हैं, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर कमाई की। हालांकि, जब इन फिल्मों के सीक्वल या तीसरी-चौथी फिल्म बनी तो बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई।’ ‘पुष्पा 2’, ‘सिंघम अगेन’, ‘भूल भुलैया 3’ से उम्मीद है: जोगिंदर टुटेजा साल 2024 के छह महीने बीत चुके हैं। इस दौरान बड़े पर्दे पर बॉलीवुड की कई फिल्में रिलीज हुईं जिनमें कुछ फिल्मे ऐसी थीं, जो बॉक्स-ऑफिस पर अपना बजट भी नहीं निकाल पाईं। ट्रेड एनालिस्ट जोगिंदर टुटेजा को उम्मीद है कि सीक्वल की लिस्ट में शामिल कुछ फिल्में अच्छा कारोबार कर सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘पिछला छह महीना बॉलीवुड के लिए कुछ खास नहीं रहा है। कई अच्छे कंटेंट देखने मिले लेकिन उनमें से कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाने में नाकामयाब रहे हैं। आने वाले छह महीने हमारे लिए बेहद खास है। ‘पुष्पा 2’, ‘सिंघम अगेन’, ‘भूल भुलैया 3′ जैसी फिल्मों से बहुत उम्मीद है। इन फिल्मों को ऑडियंस ने पसंद किया है। कम बजट में भी इन फिल्मों ने अच्छी कमाई की है। यदि इनके सीक्वल 300-400 करोड़ पार करते हैं, तो इन फिल्मों को ब्लॉकबस्टर करार दिया जाएगा। बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट कार्ड के ग्राफ में भी सुधार देखने को मिल सकती है।’ कई प्रकार के होते हैं सीक्वल अब अंत में आपको बता दें कि सीक्वल होता क्या है। सीक्वल कई प्रकार के होते हैं। इन्हें ‘स्पिन ऑफ’ या ‘स्प्रिचुअल’ सीक्वल भी कहा जाता है। ‘स्पिन ऑफ’ का मतलब होता है कि पिछली फिल्म के कुछ किरदारों को लेकर नई कहानी बनाई जाती है। वहीं ‘स्प्रिचुअल’ सीक्वल का मतलब है कि नई फिल्म पुरानी कहानी पर आधारित नहीं होती, लेकिन उसमें पुरानी फिल्म की थीम होती है। कुछ फिल्मों में किरदार वही होते हैं, लेकिन कहानी नई होती है।