जिंदादिली की मिसाल, कैंसर की आखिरी स्टेज, फिर भी करते हैं पूरी ड्यूटी
|कैंसर की आखिरी स्टेज पर होने के बाद भी एएसआई मोहन तिवारी आज भी लगन से ड्यूटी कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह साधारण नौकरी नहीं बल्कि बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
कैंसर की आखिरी स्टेज पर होने के बाद भी एएसआई मोहन तिवारी आज भी लगन से ड्यूटी कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह साधारण नौकरी नहीं बल्कि बड़ी सामाजिक जिम्मेदारी भी है।