छाीसगढ़ में सहकारी बैंकों का पुनर्गठन कर बनेगा बड़ा राज्य सहकारी बैंक

रायपुर 11 जुलाई :भाषा: छाीसगढ़ सरकार ने राज्य के सभी सहकारी बैंकों का पुनर्गठन कर एक बड़ा राज्य सहकारी बैंक बनाने का फैसला किया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां यह जानकारी दी।

किसानों के हित में रमन सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। मुख्यमंत्री रमन सिंह की अध्यक्षता में आज मंत्र्ािपरिषद की बैठक में राज्य के सभी सहकारी बैंकों को पुनर्गठित कर एक बड़ा राज्य सहकारी बैंक बनाने का सैद्धांतिक निर्णय लिया गया।

इस निर्णय के तहत राज्य के सभी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों का विलय राज्य सहकारी बैंक अपेक्स बैंक में किया जाएगा।

इस दौरान मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि छाीसगढ़ के किसानों के हित में यह एक बड़ा आर्थकि सुधार होगा। सहकारी बैंक मुख्य रूप से किसानों का बैंक माना जाता है। इन बैंकों द्वारा अपने ण वितरण की 90 प्रतिशत से ज्यादा राशि किसानों के हित में कृषि क्षेत्र में वितरित की जाती है। किसानों को ण देने और धान की उपज के भुगतान में सहकारी बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए आज यह सैंद्धातिक फैसला किया गया।

इस निर्णय से अब छोटे-छोटे जिला सहकारी बैंकों का राज्य सहकारी बैंक में संविलियन किया जा सकेगा। इसके फलस्वरूप विाीय रूप से एक अधिक सुदृढ़ बैंक बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।

सहकारी बैंकों की राज्य में कुल 264 शाखाएं पूर्ववत काम करती रहेंगी, लेकिन ये शाखाएं एक अनुसूचित सहकारी बैंक के रूप में अपनी सेवाएं देंगी।

मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय से किसानों और ग्राहकों को व्यापक लाभ होगा। किसानों के णों पर ब्याज दरों में 1.5 से दो प्रतिशत तक की कमी आएगी। इसका सीधा लाभ राज्य सरकार को ब्याज अनुदान में 40 से 50 करोड़ रूपए की वार्षकि बचत के रूप में होगा। किसानों से ली जाने वाली अंशपूंजी की राशि में भी पांच प्रतिशत तक कमी लायी जा सकेगी।

किसानों को आधुनिकतम बैंकिंग सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में ही प्राप्त हो सकेंगी। एटीएम और माइक््रुो एटीएम सेवाओं का विस्तार संभव हो सकेगा। सहकारी बैंकों के किसान राज्य भर में स्थित किसी भी शाखा से अपने खातों में लेन-देन कर सकेंगे। उन्हें जल्द ही मोबाईल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिग जैसी सुविधाएं दी जा सकेंगी।

रमन सिंह ने बताया कि विलय के बाद बनने वाले बैंक की कार्यशील पूंजी 10 हजार करोड़ रूपए से भी अधिक होगी। बैंक के पास किसानों को ण वितरण के लिए अधिक धनराशि उपलब्ध होगी। इसके अलावा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड से सस्ती दर पर अधिक पुर्नविा सुविधा प्राप्त होगी। शासकीय अमानतें भी सहकारी बैंक को प्राप्त होने लगेगी। जिन क्षेत्रों में नई शाखा खोलने की जरूरत है, वहां ज्यादा संख्या में नई शाखाएं खोली जा सकेंगी। मध्यकालीन और दीर्घकालीन ण वितरण में भी तेजी आएगी।

अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकार का बड़ा आर्थकि सुधार करते हुए भारतीय स्टेट बैंक में भी हाल ही में चार बैंकों का विलय हुआ है और राज्य में पांच क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को मिलाकर छाीसगढ़ ग्रामीण बैंक का भी गठन किया गया है।

भाषा

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