चुनाव केवल वीवीपैट मशीनों से ही होने चाहिए : केजरीवाल

नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने स्टेट इलेक्शन कमिश्नर एस. के. श्रीवास्तव को लेटर लिखकर मांग की है कि दिल्ली में एमसीडी चुनाव केवल और केवल वीवीपैट मशीनों के साथ ही होने चाहिए। लेटर के जरिए केजरीवाल ने मुख्य तौर पर तीन मांगों को रखा है। वीवीपैट मशीनों के साथ चुनाव कराए जाने के अलावा मांग की गई है कि एमसीडी चुनाव के लिए राजस्थान से मंगाई गई जेनरेशन 1 की ईवीएम मशीनों को तुरंत वापस लिया जाए और इन मशीनों का एमसीडी चुनाव में इस्तेमाल न किया जाए। तीसरी मांग मशीनों के टेक्निकल एग्जामिनेशन को लेकर है। केजरीवाल ने कहा है कि मान्यता प्राप्त सभी राज्य और नैशनल पार्टियों को एमसीडी चुनाव में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ मशीनों के टेक्निकल जांच की इजाजत दी जाए।

केजरीवाल ने अपने लेटर में लिखा है कि आम आदमी पार्टी यह मांग कर रही है कि राजनीतिक पार्टियों को एमसीडी चुनाव में प्रयोग में लाए जाने वाली कुछ मशीनों के जांच की इजाजत दे। स्टेट इलेक्शन कमिश्नर को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा है कि आखिर स्टेट इलेक्शन कमिशन इस मांग को क्यों नहीं मान रहा है? केजरीवाल ने लिखा है कि स्टेट इलेक्शन कमिश्नर ने वीवीपैट मशीनों को मंगाने की कोशिश क्यों नहीं की है और यह आश्चर्य की बात है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि चुनावों में वीवीपैट मशीनों का प्रयोग होना चाहिए और इसके बाद भी वीवीपैट मशीनों को मंगाने की कोशिश तक नहीं की जा रही है।

केजरीवाल ने जेनरेशन 1 की मशीनों के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में तो जेनरेशन 1 की मशीनें इस्तेमाल में लाईं जा रही हैं, जो साल 2006 से पहले की बनी हैं और इन मशीनों में किसी भी तरह का कोई सिक्यॉरिटी फीचर नहीं है। इन जेनरेशन 1 की मशीनों को प्रतिबंधित किया हुआ है, लेकिन बावजूद इसके चुनाव आयोग इन मशीनों का इस्तेमाल कर रहा है, तो शक पैदा होता है कि आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है? राजस्थान के धौलपुर के उपचुनाव में ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ की बात सामने आई है। उन्होंने लिखा है कि इस चुनाव में ईवीएम मशीनों के कोड और सॉफ्टवेयर बदले गए हैं। उपचुनाव में ऐसी मशीनें निकली हैं, जहां पर सिर्फ बीजेपी को ही वोट जा रहा था।

केजरीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा है कि दिल्ली में करीब 13000 बूथ हैं और करीब 15000 ईवीएम मशीनें यहां पर उपबल्ध हैं। दिल्ली में पर्याप्त संख्या में मशीनें हैं, लेकिन उसके बाद भी एमसीडी चुनाव के लिए राजस्थान से टेंपर मशीनें क्यों मंगाई जा रही हैं। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी लगातार यह मांग कर रही है कि गड़बड़ ईवीएम मशीनों की जांच करवाई जाए, क्योंकि ये मशीने सिर्फ बीजेपी को ही वोट डाल रही है। चुनाव आयोग इस मांग पर ध्यान नहीं दे रहा है और जांच कराने के बजाए केवल मशीनों को हटा दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि सचाई यह है कि इन मशीनों के साथ छेड़छाड़ की गई है। जहां-जहां वीवीपैट मशीनें लगी हैं, वहां तो प्रिंट हुई पर्ची से पता चल जाता है कि मशीन खराब है, लेकिन जहां-जहां वीवीपैट मशीनें नहीं हैं वहां तो गड़बड़-झाले का ये खुला खेल आराम से खेला जा रहा है। केजरीवाल ने कहा कि जेनरेशन 1 की मशीनें साल 2006 से पहले की हैं। जेनरेशन 2 की मशीनें साल 2006 से 2013 के बीच की हैं और जेनरेशन 3 की मशीनें साल 2013 के बाद की हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी जानकारी मिल रही है एमसीडी चुनाव के लिए चुनाव आयोग राजस्थान से इन्ही जेनरेशन 1 की मशीनों को मंगा रहा है, जो सुरक्षा के लिहाज से एकदम जीरो हैं।

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