चुनाव: कांग्रेस का 60 हजार वर्करों का आसरा
|पिछले चुनावों में वर्करों की अनदेखी का खामियाजा भुगत चुकी कांग्रेस ने अब उन्हें जोड़ने की गंभीर कवायद में लगी है। दिल्ली में चुनाव आने से पहले जमीनी कार्यकर्ता खोजे जा रहे हैं और उन्हें ऐसी जिम्मेदारी दी जा रही है कि उन्हें पार्टी से अपनापन लगे। पार्टी इस सारी मेहनत का रेकॉर्ड भी ताकि वर्करों के कामकाज की समीक्षा भी की जा सके।
दिल्ली में हुए विधानसभा, निगम चुनाव और लोकसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए बहुत ही बुरे रहे हैं। विधानसभा की 70 सीटों में उसे एक भी सीट नहीं मिली तो लोकसभा की सात सीटों पर भी उसके प्रत्याशी बुरी तरह हारे। तीनों निगमों में भी कांग्रेस को पराजय का सामना करना पड़ा है। हार के बाद लगातार आरोप लग रहे थे कि इन चुनावों में कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं की जबर्दस्त अनदेखी की और बड़े नेताओं की परिक्रमा करने वालों या उनके रिश्तेदारों को चुनाव की कमान सौंपी, जिसके चलते कांग्रेस दिल्ली में धरातल पर चली गई। लेकिन नगर निगम के उपचुनाव में कांग्रेस को 13 में से मिली पांच सीटों ने उसकी बांछे खिला दी, लेकिन यह जीत कार्यकर्ताओं के बलबूते के बल पर मिली। उसका कारण यह था कि चुनाव से पहले ही प्रदेश कांग्रेस संगठन लगातार कार्यकर्ताओं से संपर्क में जुटा था और उनको लगातार जिम्मेदारियां दे रहा था। इस नतीजे से अभिभूत कांग्रेस अब आगामी दिनों में एक बार फिर से वर्करों के बलबूते चुनाव जीतने की रणनीति में लग गई है।
दिल्ली में तीनों निगमों के चुनाव मार्च-अप्रैल में होने हैं। संभावना इस बात की भी जताई जा रही है कि आगामी दिनों में विधानसभा की 21 सीटों पर भी उपचुनाव हों, क्योंकि आप के 21 विधायकों पर लाभ के पद को लेकर चुनाव आयोग में सुनवाई अंतिम दौर में है और उनकी सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन के अनुसार इन दोनों चुनावों को लेकर हमारी तैयारी जारी है और इनमें फतेह हासिल करने के लिए हमने पूरी दिल्ली में 60 हजार पार्टी वर्करों की फौज खड़ी कर ली है। इस रणनीति के तहत हमने पूरी दिल्ली को 3857 सेक्टरों में बांटा है, जिन्हें 13 हजार बूथों में बांट दिया है। हर बूथ पर चार वर्करों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा इन चार वर्करों पर एक लोकल स्तर का वर्कर भी साथ में जोड़ा गया है। माकन के अनुसार हमारी इस फौज ने इलाके के वोटरों से संपर्क करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने बताया कि पार्टी ने दिल्ली के विकास को लेकर एक मजबूत खाका तैयार किया है, जिसमें इस बात की जानकारी दी गई है कि राजधानी में बेहतर कूड़ा प्रबंधन, राजस्व का मेनैजमेंट, प्राइमरी स्वास्थ्य व शिक्षा को कैसे बनाया जाएगा, जिससे दिल्ली का पूर्ण विकास हो सके। अभियान के दूसरे चरण में लोगों से मिले सुझाव के आधार पर दिल्ली की समस्याओं को चिह्न्ति कर उन्हें दूर करने और दिल्ली को सपनों का शहर बनाने का रोडमैप तैयार किया जाएगा। उसकेब बाद दिल्ली के विकास को लेकर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों व विशेषज्ञों के साथ बैठक की जाएगी। इससे निकले निष्कर्ष के आधार पर कांग्रेस दिल्लीवासियों से उनके सपनों का शहर बनाने का वादा करेगी। प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार यह सब करने के लिए हमारा उत्साह इसलिए बढ़ा है, क्योंकि पार्टी ने हाल में हुए निगम उपचुनाव में सम्मानजनक प्रदर्शन किया है।
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