गोपाल दास नीरज के निधन से एक युग का अंत, आम जन से लेकर राष्ट्रपति तक ने कहा- ‘नमन’
|मुन्नवर राणा- ‘वो जा रहा है घर से जनाज़ा बुज़ुर्ग का, आंगन में एक दरख़्त पुराना नहीं रहा।’
मुन्नवर राणा- ‘वो जा रहा है घर से जनाज़ा बुज़ुर्ग का, आंगन में एक दरख़्त पुराना नहीं रहा।’