गणपति बप्पा मोरिया न कहने पर विवादों में अली गोनी:एक्टर बोले- पूजा में नहीं जाता, मेरे धर्म में इसकी इजाजत नहीं, सभी धर्मों की इज्जत करता हूं
|हाल ही में अली गोनी गणेश चतुर्थी के उस वीडियो से विवादों से घिर गए, जिसमें उन्होंने गर्लफ्रेंड जैस्मिन भसीन के साथ गणेश आरती के समय गणपति बप्पा मोरिया नहीं कहा। एक्टर की जमकर आलोचना हुई और उन्हें कई भद्दे कमेंट्स किए गए। अब अली गोनी ने बताया है कि विवाद के चलते उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं। अली गोनी ने फिल्मीज्ञान को दिए इंटरव्यू में इस विवाद पर बात करते हुए कहा है, ‘ये पिछले तीन चार पांच दिन से इतना चल रहा है कि पहले जिस दिन ये चीज हुई मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा, क्योंकि मैं एक ऐसा इंसान हूं, मैं सारे धर्म मानता हूं। मेरे दिल में हर एक रिलीजन के लिए बहुत प्यार है। ये मैं बोलने के लिए नहीं बोल रहा हूं। मैं एक्टिंग नहीं कर रहा हूं। अगर मुझे एक्टिंग करनी होती तो मैं वहां पर भी एक्टिंग ही करता, जहां पर सब लोग कर रहे होते हैं। मैं भी कुछ बोल देता। लेकिन वैसा कुछ मेरे दिमाग में था ही नहीं।’ आगे एक्टर ने कहा, ‘मुझे समझ ही नहीं आया मैं अपने ख्यालों में था, मैं कुछ सोच रहा था, क्या कर रहा था? मैंने कभी इतना ध्यान ही नहीं दिया कि इन चीजों को लेकर इतनी बड़ी प्रॉब्लम बन सकती है। इतने फ्री लोग हैं इस देश में, मुझे पता है क्योंकि मैं देखता रहता हूं कि क्या-क्या चलता रहता है ट्विटर पर। ट्विटर (अब X) बहुत बुरा है, ये डर्टी है, मतलब क्या औरत क्या मर्द। मतलब औरत तक एक औरत के लिए इतना बुरा बोलती है।’ एक्टर ने आगे कहा, ‘मैंने किसी लड़की का पेज देखा था वो जैस्मिन और मेरी मां और जैस्मिन की मां को गाली दे रही थी, घटिया बातें कर रही थी। सोचिए एक लड़की। मुझे अपने लिए दुख नहीं होगा ना क्योंकि मुझे जो बोलना है वह बोलो क्योंकि मेरा दिल साफ है। अगर मुझे डिसिस्पेक्ट करना हो किसी रिलीजन को तो मैं इतना रेडी होकर जाऊंगा ही नहीं वहां। आप साफ देख सकते हैं कि मैंने स्पेशली फेस्टिव वाले कपड़े पहने हैं। मैं पहली बार गया हूं गणपति पर। आपको पता है मैं जाता नहीं हूं।’ अली ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा, ‘जो लोग हमें प्यार करते हैं ना उनके लिए मैं नकली नहीं बन सकता। जब कहीं पूजा हो रही होती है, गणपति की पूजा हो रही होती है, मेरा वहां जाकर कोई मतलब नहीं, क्योंकि मुझे नहीं पता वहां क्या करना है। मैं आज तक पूरी जिंदगी यही सोचता रहा कि मुझसे कुछ गलत चीज ना हो जाए। मैं बहुत रेंडम हूं। कुछ भी कभी भी बोल देता हूं। कुछ भी कर लेता हूं। मैं हमेशा ऐसी चीज से घबराता था कि कहीं मुंह से कुछ गलत चीज ना निकल जाए। कुछ हंसीमजाक ना हो जाए। तो मैं बोलता था मुझे पता नहीं है कि पूजा में क्या करना है। मैं अगर मस्जिद नमाज पढ़ने जा रहा हूं और मैं अपने नॉन मुस्लिम फ्रेंड को ले जाऊं उसको क्या पता कि क्या करना है। मैं क्यों ले जाऊं? मैं नहीं ले जाऊंगा क्योंकि मुझे पता है उसको कुछ नहीं आता है। वो क्या करेगा। तो वैसे ही मैं कभी जाता ही नहीं था क्योंकि पूजा में मुझे नहीं पता क्या करते हैं।’ आखिर में अली गोनी ने कहा, ‘मेरे धर्म में इसकी अनुमति नहीं है। हम पूजा वगैरह नहीं करते हैं। हमारा एक बिलीवर है, हम नमाज पढ़ते हैं, दुआ करते हैं। और सारे धर्मों की इज्जत करते हैं। मैं ये कह नहीं सकता, लेकिन ये लिखा गया है कुरान में कि हमें दूसरे धर्मों की इज्जत करनी है। मैं तो पला बड़ा हिंदुओं में हूं। मैं जम्मू से हूं। मैं कश्मीर में जन्मा हूं लेकिन मेरी स्कूलिंग जम्मू में हुई है। मेरे घर के आसपास जहां मैं रहता था ना एक गली है बावे वाली गली है। उस गली का नाम बावे वाली गली इसलिए है क्योंकि बावे वाली माता है। हमारे वहां पर कभी कोई रिलेटिव्स आते थे तो मैं उनके साथ हमेशा जाता था। मैं अपने दोस्तों को लेकर वैष्णो देवी गया हूं। हर जगह गया हूं। रिस्पेक्ट है, इज्जत है मेरे दिल में। कभी मेरे मुंह से बुरा वर्ड नहीं निकलेगा किसी भी धर्म के लिए। ये सिर्फ मैं हिंदूइज्म के लिए नहीं बोल रहा हूं।’