खून से लथपथ मिली थी एक्ट्रेस बिदूषी की लाश:एक रोज पहले पति से झगड़ा हुआ था, 12 साल बाद भी अनसुलझी है मौत की गुत्थी
|22 अक्टूबर 2012 की बात है। अंधेरी (वेस्ट) की कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाली 23 साल की साउथ एक्ट्रेस बिदुषी दास बर्दे के लिए एक आम दिन था। कभी साउथ सुपरस्टार कमल हासन, ज्योतिका के साथ बड़ी फिल्म में नजर आईं और मिस चेन्नई 2006 रह चुकीं बिदुषी कुछ समय से फिल्मों से दूर थीं और अपना ज्यादातर समय पति के साथ घर में बिताया करती थीं। उस रोज उनके पति केदार हमेशा की तरह सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर घर से दफ्तर के लिए रवाना हुए थे। बिदुषी ने पति को दरवाजे तक छोड़ा और फिर दरवाजा लगा लिया। दफ्तर पहुंचते ही करीब 9 बजकर 30 मिनट पर केदार ने बिदुषी को कॉल लगाया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। आमतौर ऐसा नहीं होता था, लेकिन उन्हें काम में व्यस्त मानते हुए केदार अपने दफ्तर के काम में जुट गए। कुछ घंटे बाद उन्होंने दोबारा बिदुषी को कॉल किया, लेकिन जवाब तब भी नहीं मिला। इस बार उन्हें चिंता हुई। उन्होंने एक के बाद एक कई कॉल लगाए, लेकिन बिदुषी न उनका कॉल उठा रही थीं, न मैसेज देख रही थीं। काम खत्म करके केदार करीब रात 8 बजे घर लौटे। वो डोरबेल बजाते रहे, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिल रहा था। दरवाजे में कान लगाया, तो अंदर से टीवी की आवाज आ रही थी। काफी देर तक इंतजार करने के बाद उन्होंने डुप्लीकेट चाबियों से दरवाजा खोला। जैसे ही वो घर में दाखिल हुए, मंजर दिल दहला देने वाला था। गलियारे में बिदुषी खून से लथपथ पड़ी थीं। चेहरे और गले पर पर टूटे हुए शीशे के टुकड़े से गहरे जख्म बने थे। पत्नी की ऐसी हालत देख केदार सिहर उठे। मकान मालिक की मदद से वो पत्नी को अंबानी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत घंटों पहले हो चुकी थी। बिदुषी के चेहरे पर शीशे से बने जख्म बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहे थे। मर्डर केस दायर किया गया, लेकिन 12 साल बाद भी उनकी मौत की गुत्थी अनसुलझी ही है। आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में पढ़िए साउथ एक्ट्रेस और मॉडल बिदुषी दास बर्दे की मौत की कहानी, जिनकी जिंदगी महज 23 सालों में सिमट कर रह गई। साल 1989 में बिदुषी दास बर्दे का जन्म ओडिशा में हुआ था। ओडिशा में कुछ साल बिताने के बाद बिदुषी चेन्नई शिफ्ट हो गई थीं। कम उम्र से ही उन्हें मनोरंजन जगत में दिलचस्पी थी। स्कूलिंग खत्म करने के बाद करीब 17 साल की उम्र में उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा था। साल 2006 में उन्होंने मिस चेन्नई ब्यूटी पेजेंट में हिस्सा लिया और सेकेंड रनर अप का खिताब भी हासिल किया। इस पेजेंट के बाद बिदुषी के लिए साउथ फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे खुल गए। कुछ छोटी-मोटी साउथ फिल्मों के बाद वो 2006 में रिलीज हुई तमिल फिल्म वेट्टईयाडू विलैयाडू में नजर आई थीं। इस फिल्म में कमल हासन और ज्योतिका लीड रोल में थे। बिदुषी महज 20 साल की थीं, जब फिल्मों में पहचान बनाने के दौरान उनकी मुलाकात पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर केदार से हुई। केदार उनसे महज 3 साल बड़े थे। साथ समय बिताते हुए दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था, हालांकि इसके बावजूद दोनों ने साल 2009 में शादी कर ली। शादी के डेढ़ साल बाद 2010 में दोनों मुंबई शिफ्ट हो गए और अंधेरी (वेस्ट) के एक किराए के अपार्टमेंट में रहने लगे। वहीं जहां 22 अक्टूबर 2012 को उनकी लाश मिली। मुंबई पुलिस ने लाश मिलते ही उनका शव मुंबई के जे.जे. हॉस्पिटल पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी गई। कूपर अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, विले पार्ले पोस्टमार्टम सेंटर ने पाया कि बिदुषी दास की मौत धारदार हथियार से कट लगने और ज्यादा खून बह जाने से हुई है। गले पर लगी गहरी चोट से उन्हें हेमरेजिक शॉक लगा था। फोरेंसिक एनालिसिस के लिए मृत बिदुषी के नाखून और बालों को भी एग्जामिनेशन के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, बिदुषी की मौत 22 अक्टूबर की सुबह ही हो चुकी थी। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने देखा कि जिस जगह बिदुषी की लाश मिली थी, उसके पास स्थित एक अलमारी का शीशा टूटा हुआ है। जमीन और बिदुषी के गले, गाल और हाथों पर वही कांच के टुकड़े थे। हालांकि, अलमारी पर खून का कोई निशान नहीं था। शुरुआती तौर पर पुलिस ने लूट के एंगल से जांच शुरू की, लेकिन उनके पति केदार के बयान के अनुसार, घर से कोई भी सामान मिसिंग नहीं था। लूट का एंगल न होने पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस को पहला शक बिदुषी के पति केदार पर हुआ, क्योंकि घर में फोर्स एंट्री के कोई निशान नहीं थे। वहीं केदार के बयान के अनुसार, जब वो घर लौटे तो दरवाजा अंदर से लॉक था। घर की डुप्लीकेट चाबियां भी सिर्फ केदार के ही पास थीं। जब शक के दायरे में लेते हुए मुंबई पुलिस ने बिदुषी के पति केदार से पूछताछ कि तो उन्होंने पत्नी की बीमारी और झगड़े का खुलासा किया। मुंबई पुलिस के अनुसार, उसके बर्ताव में अचानक बदलाव दिख रहा था। केदार के बयान के अनुसार, दोनों बीते लंबे समय से मुश्किल दौर से गुजर रहे थे। फाइनेंशियल कंडीशन बिगड़ी हुई थी और बिदुषी को भी फिल्में नहीं मिल रही थीं। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर केदार की तनख्वाह महज 60 हजार रुपए थे, जिसमें से वो 22 हजार रुपए किराए के देते थे। कुछ समय पहले ही बिदुषी ने आईलिड सर्जरी और हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था। केदार ने पुलिस बयान में कहा था कि बिदुषी की मौत से एक रोज पहले रविवार को दोनों के बीच किसी मुद्दे पर झगड़ा हुआ था। झगड़े की अगली सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर वो काम पर निकला। उसने करीब 8 बजकर 15 मिनट पर बिदुषी की खैरियत लेने के लिए उन्हें मैसेज किया, जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बिदूषी को मैसेज करने के बाद केदार ने अपने पिता से बात की, जो एक लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। इसके बाद उसने लगातार बिदुषी को 3 कॉल किए, जिसे उन्होंने पिक नहीं किया। केदार और बिदुषी का परिवार उनकी इस लव मैरिज के खिलाफ था, यही वजह थी कि केदार की बिदुषी के परिवार से बातचीत नहीं होती थी। मगर जब उस रोज बिदुषी ने कॉल नहीं उठाया, तो फिक्रमंद होकर केदार ने शादी के बाद पहली बार उनके पिता को कॉल किया, जो एक एयरफोर्स ऑफिसर हैं। उन्होंने बताया कि कई बार कॉल करने पर भी बिदुषी जवाब नहीं दे रही हैं। पिता ने भी उन्हें कई कॉल्स किए थे। कई बार चलते-चलते बेहोश हो जाती थीं बिदुषी केदार के अनुसार, बिदुषी डायबिटिक थीं और उन्हें ब्लड प्रेशर की भी दिक्कत थी। कई मौकों पर ऐसा हुआ था, जब वो चलते-चलते बेहोश हो जाती थीं। वो घर में भी कई बार ब्लड प्रेशर कम होने पर बेहोश हुई हैं। केदार के अनुसार, उनका साइकाइट्रिक ट्रीटमेंट भी चल रहा था। केदार के बयान को उनके कॉल रिकॉर्ड्स और बिदुषी की मेडिकल रिपोर्ट्स से कन्फर्म किया गया था। सोसाइटी के कमेटी मेंबर राजू संधू ने पुलिस को बताया कि वो दोनों किसी से कोई बात नहीं करते थे, न ही सोसाइटी कि किसी एक्टिविटी में हिस्सा लेते थे। दोनों ज्यादातर काम के सिलसिले में बाहर या व्यस्त रहते थे। मौत के दिन बिदुषी को 80 कॉल आए, उसी दिन मैसेज में कई मॉडलिंग प्रोजेक्ट मिले जब मुंबई पुलिस ने बिदुषी के कॉल रिकॉर्ड की बारीकी से जांच की तो सामने आया कि उन्हें मौत के दिन 80 कॉल्स आए थे, जिनमें से ज्यादातर पति केदार और पिता के थे। पिता ने बिदुषी को कई मैसेज भी किए थे, जिसमें वो उन्हें लगातार कॉल्स उठाने को कह रहे थे। वहीं कई दिनों से काम की तलाश में चल रहीं बिदुषी को मैसेज के जरिए कई मॉडलिंग ऑफर मिले थे। कॉल रिकॉर्ड में एक एजेंट के भी कॉल मैसेज थे जो उनसे 25 हजार रुपए लौटाने को कह रहा था। बिदुषी का ट्रीटमेंट करने वाले एक डॉक्टर भी उस रोज उनसे दोपहर में मिलने पहुंचे थे, हालांकि जब वो घर पहुंचे तो दरवाजा नहीं खुला। ऐसे में वो बिना बिदुषी से मिले ही लौट गए। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, पड़ोस में काम करने वाली एक महिला ने पुलिस को बताया कि उसने बिदुषी के घर से एक शख्स को निकलते देखा था। हालांकि, CCTV फुटेज में इसके कोई सबूत नहीं मिले। पहले हफ्ता बीता, फिर महीना और फिर साल, लेकिन बिदुषी की मौत का सही कारण सामने नहीं आ सका। पुलिस के पास पति केदार के खिलाफ भी कोई पुख्ता सबूत नहीं थे। आखिरकार करीब एक साल बाद पुलिस ने इसे एक्सीडेंटल डेथ करार देते हुए केस क्लोज कर दिया। पुलिस ने केस क्लोज करते हुए रिपोर्ट में लिखा कि लाश की हालत देखकर पुलिस ने गलतफहमी में मर्डर केस दर्ज किया था। हालांकि ये एक एक्सीडेंट था। उस रोज बिदुषी ब्लड प्रेशर लो होने पर बेहोश होकर अलमारी से टकराकर गिरी होंगी, जिससे कांच टूटकर उनके शरीर पर लग गया होगा। कई लोगों ने इस रिपोर्ट और एक्सीडेंटल डेथ के दावे का विरोध किया। बिदुषी के पिता शांतनु दास ने भी मर्डर की बात कही, लेकिन नतीजे शून्य रहे। फोरेंसिक एक्सपर्ट का भी कहना था कि सिर्फ कांच में गिरकर इतनी गंभीर चोट लगना असंभव है, हालांकि ये केस कभी री-ओपन नहीं किया गया। आज 12 साल बाद भी बिदुषी की मौत की गुत्थी अनसुलझी है। फिल्मी सितारों से जुड़ीं ये अनसुनी दास्तानें भी पढ़िए- पटना की मॉडल मोना, जिसे बेटी के सामने गोली मारी:बिल्डर से था अफेयर, 25 लाख के प्लॉट के लिए साजिश रची, मास्टरमाइंड अब भी फरार 12 अक्टूबर 2021 को मंदिर से लौट रहीं मोना राय पर गोलियां चलाई जाती हैं। वारदात के 5 दिन बाद उनकी इलाज के दौरान मौत हो जाती है। जीते-जी जब मोना से पूछताछ की गई, तो वो बस यही दोहराती रहीं कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हालांकि जब जांच हुई, तो रंजिशों, विवादों की लंबी फेहरिस्त सामने आई। पूरी खबर पढ़िए… शॉपिंग-डिनर करवाया, फिर हत्या की:मॉडल खुशी 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