‘क्या किसी व्यक्ति की जानकारी के बिना उसके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू हो सकती है’
|सिब्बल ने पीएमएलए के कुछ प्रविधानों को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ताओं की ओर से कहा कि आपराधिक न्याय प्रणाली में आपराधिक जांच से जुड़ी कोई भी प्रक्रिया खुली होनी चाहिए। एक व्यक्ति को यह बताए बिना बुलाया जा रहा है कि वह एक आरोपित है या गवाह।