करगिल के वीर ने घर में घुसे डकैत को दबोचा
| बरेली के एक गांव में करगिल युद्ध में हिस्सा ले चुके पूर्व सैनिक के घर डकैतों के लिए हमला करना काफी भारी पड़ गया, जब इस सैनिक और उनकी पत्नी ने साहस दिखाते हुए डकैतों के सरदार को पकड़ लिया। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सरदार को पीट-पीट कर मार डाला। पुलिस के अनुसार, यह घटना नवाबगंज तहसील के देवोरानिया जागीर गांव में शनिवार रात हुई, जब पूर्व सैनिक और फिलहाल एसबीआई में गार्ड के रूप में तैनात राम अवतार (50) के घर पर डकैतों ने हमला किया। घटना के दौरान राम और उनकी पत्नी नाथो देवी सोए थे और उनकी नींद पशुशाला के नजदीक शोरशारबे से उनकी नींद खुली। जब नींद खुली तो उन्होंने देखा कि डकैतों का गिरोह उनके घर घुस रहा था। गिरोह के एक सदस्य ने उन पर बंदूक ताना, लेकिन बिना डरे पति-पत्नी ने डकैत को झपटने की कोशिश की। डकैत ने गोलीबारी की, जिससे अवतार बाल-बाल बच गए। इस बीच नाथो देवी डकैतों के साथ जूझती रही। डकैतों ने इस दौरान अवतार पर पिस्टल की बट से सिर पर हमला किया। नाथो देवी ने साहस दिखाते हुए डकैत के पेड़ू पर चोट किया, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा, जिसके बाद दोनों दंपत्ति ने शोर मचाया। इधर, डकैत के सरदार के कब्जे में ले लिए जाने पर उसके बाकी तीन साथी घटनास्थल से भाग गए। पति-पत्नी के शोरशराबे से पड़ोसी भी उनके घर आ गए और डकैत को पीट-पीट कर मार डाला। डकैत के सरदार की पहचान केहर पाल(40) के रूप में हुई , जो दो दर्जन से अधिक मामले में वांछित था। पुलिस ने बताया कि यह हाफिजगंज पुलिस स्टेशन के अंतर्गत धरमपुर गांव का निवासी था और फिलहाल जमानत पर रिहा था। नवाबगंज के सर्कल ऑफिसर नरेश कुमार ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, ‘पति-पत्नी का साहस सराहनीय है, क्योंकि वे उस डकैत से नहीं डरे जिसका खौफ पूरे इलाके में है। संभवतः अवतार को सेना में मिला प्रशिक्षण इस मुश्किल वक्त में काम आया। हमने धारा 3/35 के तहत डकैतों और उनके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।’
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