ओला कैब्स में अवैध तरीके से गाने बजाने का आरोप, ओला ओनर्स फरार

प्रवीण कुमार, बेंगलुरु
मुंबई में एक बिजनस मीटिंग अटेंड कर बेंगलुरु लौटने के बाद लहरी म्यूजिक के लहरी वेलू उर्फ तुलसीराम नायडू ने एक ओला प्राइम प्ले कैब बुक किया। इसके लिए उन्होंने अपनी किस्मत को धन्यवाद किया क्योंकि तभी उनको पता चला कि ओला उनकी कंपनी के कॉपीराइट गाने बजा रहा है। बस क्या था, वक्त बर्बाद किए बिना उन्होंने तुरंत अपनी लीगल टीम को इसकी पड़ताल करने का निर्देश दे दिया।

टीम ने ओला के कुछ प्राइल प्ले कैब हायर किए और कन्फर्म हो गया कि सभी में लहरी म्यूजिक के गाने बज रहे हैं। इसके बाद उनकी शिकायत पर पुलिस ने जेबी नगर में ओला के दफ्तर पर छापा मार दिया। पुलिस को जब ओला सीईओ भाविश अग्रवाल और सीटीओ अंकित भाटी हाथ नहीं लगे तो उसने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। ओला पर बिना कॉपीराइट परमिशनों के जो गाने बजाने का आरोप है, वो बाहुबली, खिलाड़ी नंबर 150, गौतमी पुत्र सतकर्णी आदि फिल्मों के हैं।

लाहिरी ने बेंगलुरु मिरर को बताया, ‘पिछले महीने के मध्य में मैं एक बिजनस मीटिंग के लिए मुंबई गया था। बेंगलुरु लौटने के बाद अपना घर जाने के लिए मैंने ओला प्राइम प्ले कैब बुक किया क्योंकि उस दिन मेरे पास मेरी पर्सनल कार नहीं थी। सफर के दौरान मैं बाहुबली के गाने देखकर दंग रह गया जो ओला की ओर से हमसे अनुमति या लाइसेंस लिए बिना ही बजाए जा रहे थे। ओला ने हमें करीब पांच करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है और कोर्ट के जरिए मुआवजा लेंगे।’

लाहिरी वेलू ने 20 मई को जेबी नगर पुलिस में एक शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल और सीटीओ अंकित भाटी पर कॉपी राइट्स ऐक्ट, 1957 के सेक्शन 63, 64 के तहत शिकायत दर्ज कर ली है। इस शिकायत पर जेबी नगर पुलिस ने बेंगलुरु ईस्ट के डीसीपी अजय हिलोरी के दिशा-निर्देश में जेबी नगर के ओला ऑफिस पर छापेमारी की। इस दौरान वेलू और वकीलों की उनकी टीम भी पुलिस के साथ थी। पुलिस ने ओला दफ्तर से सीपीयू, टैब, कंप्यूटर मॉनिटर और दूसरे सामान जब्त कर लिए।

गाने सिंगापुर स्थित एक सर्वर से डाउनलोड किए जा रहे थे। पुलिस ने ओला को इसे सरेंडर करने को कहा। ये गाने कर्नाटक, कोलकाता, दिल्ली, तमिल नाडु और एवं अन्य जगहों पर ओला कैब्स में बजाए जा रहे थे। सिटी पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि भाविश अग्रवाल अमेरिका भाग गए हैं जबकि अंकित भाटी सिंगापुर चले गए।

इधर, एएनआई टेक्नॉलजीज प्राइवेट लि. (ओला) की कानूनी सलाहकार कंपनी लूथरा ऐंड लूथरा ने एक ईमेल के जरिए कहा, ‘हमारे क्लाइंट ओला ने हमेशा सर्वोच्च कानूनी और नैतिक पैमानों का पालन करते हुए बिजनस का संचालन किया है और भविष्य में भी ऐसा ही करता रहेगा। हमें इस मामले की जानकारी मिली है और ओला मैनेजमेंट के बारे में जो खबरें मीडिया में आई हैं, वो अनुचित और आधारहीन हैं। ऐसा लगता है कि गलत इरादे से ओला मैनेजमेंट को इस मामले में घसीटा गया है। हमें भोरसा है कि हमारा क्लाइंट इन सब आरोपों से पाक साफ निकलेगा। हमारा क्लाइंट खुद के साथ-साथ दूसरे के अधिकारों के प्रति भी संवेदनशील है। अपने क्लाइंट के हितों की रक्षा के लिए हमने उचित कानूनी कदम उठाए हैं और अब मामला कोर्ट में है।’

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