ऑटो घोटाले में खुद का दामन बचा रहे हैं केजरीवाल: बीजेपी
|ऑटो परमिट घोटाला मामले में बीजेपी एमएलए और नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ऑटो परमिट घोटाले के तार सरकार के उच्च पदस्थ लोगों से जुड़े हुए हैं। रिश्वत की रकम नीचे से लेकर ऊपर तक पहुंचाई गई है। इसलिए करप्शन की बात पर लाल-पीले होने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री गोपाल राय ने कुछ छोटी मछलियों को निलंबित करके अपना दामन बचाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री इस घोटाले को लेकर गंभीर हैं तो उन्हें इसकी समयबद्ध जांच हाईकोर्ट की निगरानी में कराएं।
बीजेपी नेता ने कहा कि ऑटो खरीद, बिक्री, परमिट, संचालन आदि कामों के लिए माफिया ऐक्टिव हैं। यहां ऑटो बिक्री के लिए ऑटो बनाने वाली कंपनी ने सिर्फ 2 डीलरों को दिया है, जबकि पूरी दिल्ली में न्यूनतम 14 डीलर ऑटो बिक्री के लिए होने चाहिए। यही हाल ऑटो फाइनैंस का भी है। दिल्ली में लगभग 60 फाइनैंसर ऐक्टिव हैं, इन सभी ने 800 से अधिक दलाल दिल्ली भर में फैला रखे हैं। दलालों के जरिये ही ऑटो खरीद और परमिट का काम हो रहा है। इसीलिए लगभग 1,50,000 रुपये में आने वाला ऑटो दिल्ली में 3,50,000 रुपये में बिकता है। इतने रुपये में एक साधारण कार खरीदी जा सकती है।
विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि रिश्वत की रकम पहुंचाने वालों को हाथों-हाथ परमिट दिया गया। कुल 932 लोगों को परमिट जारी हुए। उन्होंने कहा कि शुरू में इसे दबाने का पूरा प्रयास किया गया, मामला जब जनता के सामने आ गया और परिवहन मंत्री पर उंगली उठने लगी तब एक क्लर्क सहित दो अन्य छोटे अधिकारियों को निलंबित करके इस भारी घोटाले पर पर्दा डालने का प्रयास दिल्ली सरकार ने किया है।
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