एसपी कार्यालय से भेजा गया था अनिल यादव का बायोडेटा
| यूपीपीएससी के अध्यक्ष पद के लिए अनिल यादव का बायोडाटा एसपी के केन्द्रीय कार्यालय से भेजा गया था। इस तथ्य का खुलासा सुनवाई के दौरान जस्टिस यशवंत वर्मा ने किया था। सुनवाई के दौरान याचियों के वकील ने कहा कि, अनिल यादव का चयन पूरी तरह राजनैतिक था। इस पर चीफ जस्टिस के साथ मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस यशवंत वर्मा ने सरकार की ओर से कोर्ट में पेश की गयी अनिल यादव की फाइल का हवाला देते हुए कहा कि, अनिल यादव का बायोडाटा एसपी के केन्द्रीय कार्यालय से भेजा गया था। जिस फैक्स नंबर से यह बायोडाटा आया वह, एसपी के केन्द्रीय कार्यालय का है। इसका जिक्र फैक्स पर भी है। इस खुलासे ने अनिल यादव के खिलाफ एक मजबूत सबूत का काम किया। दरअसल, यूपीपीएससी के अध्यक्ष पद के लिए सरकार के कार्मिक विभाग को जो बायोडाटा भेजे गए्, इनमें अधिकांश डाक से पहुंचे। जबकि अनिल यादव का बायोडाटा फैक्स के जरिए कार्मिक विभाग को मिला। अनिल यादव की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने 27 जुलाई को सरकार से अनिल यादव की नियुक्ति से संबंधित मूल फाइल मांगी थी। जिसे कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। इस फाइल में अनिल यादव का बायोडाटा फैक्स के जरिए कार्मिक विभाग को भेजे जाने का जिक्र था। जिस फैक्स नंबर से यह भेजा गया था, वह एसपी के केन्द्रीय कार्यालय का नंबर था। 25 फरवरी 2013 को यह बायोडाटा भेजा गया था। मंगलवार को सुनवाई के दौरान जस्टिस यशवंत वर्मा ने इसका खुलासा किया। जब वादी के वकील ने कहा कि, यूपीपीएससी के अध्यक्ष का चयन पूरी तरह राजनैतिक था, तो जस्टिस वर्मा ने इससे सहमति जतायी। कहा कि, एसपी के केन्द्रीय कार्यालय से बायोडाटा आना इस बात को साबित भी करता है। क्योंकि दूसरे उम्मीदवारों ने अपने घर या दूसरे पतों से अपने बायोडाटा भेजे थे। कोर्ट ने अपने आदेश में भी इसका जिक्र किया और इसे आपत्तिजनक बताया है।
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