एशिया कप हॉकी: भारत ने मलयेशिया को 2-1 से हरा तीसरी बार जमाया खिताब पर कब्जा

ढाका
एशिया कप के फाइनल में भारत ने मलयेशिया को 2-1 से हराकर इस खिताब पर तीसरी बार अपना कब्जा जमा लिया है। इस जीत के साथ 10 साल बाद भारत ने यह खिताब अपने नाम किया है। भारत की ओर से रमनदीप सिंह और ललित उपाध्याय ने 1-1 गोल किए, जबकि मलयेशिया की ओर से एक मात्र गोल शाहरिल सबाह ने किया। भारत ने मैच के पहले हाफ में ही अपने दोनों गोल दागे। मैच के पहले क्वॉर्टर के तीसरे ही मिनट में रमनदीप सिंह ने गोल दागकर भारत को बढ़त दिला दी। इसके बाद दूसरे क्वॉर्टर में ललित उपाध्याय ने भारत के लिए दूसरा गोल किया।मलयेशिया ने मैच का एकमात्र गोल दागा, यह गोल मैच के चौथे क्वॉर्टर में शाहरिल सबाह ने किया। इसके बाद मलयेशिया की टीम कोई और गोल नहीं कर सकी और इस तरह भारत ने यह खिताब अपने नाम कर लिया।

पहले क्वॉर्टर के खेल में भारत ने आते ही अपने इरादे साफ कर दिए। मैच के तीसरे ही मिनट में एस. सुनील ने रमनदीप सिंह को शानदार पास दिया और रमनदीप सिंह ने इसे गोल में बदलने में देर नहीं लगाई। मैच की शुरुआत में ही गोलकर भारतीय टीम में जोश और बढ़ गया और उसने मलयेशिया पर दबाव बढ़ाने के इरादे से अपने प्रहार तेज कर दिए।

मैच के 5वें मिनट में भारत को अपने प्रतिद्वंद्वी पर पेनल्टी कॉर्नर के रूप में दबाव बढ़ाने का एक और मौका मिला, लेकिन मलयेशिया ने इस पर रेफरल मांग लिया और टीवी कैमरा में देख कर पता चला कि मलयेशिया की टीम से यहां ऐसी कोई गलती नहीं हुई, जिस पर भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिले।

0-1 से पिछड़ चुकी मलयेशिया की टीम भारत पर गोल करने के मौके लगातार ढूंढ रही थी, लेकिन पहले 3 क्वॉर्टर तक भारत ने उसे बराबरी करने का कोई मौका नहीं दिया। मैच के 14वें मिनट में उसे पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल हुआ, लेकिन पेनल्टी शॉट पर मलयेशियाई खिलाड़ी बॉल को ट्रैप करने से चूक गए और भारत से खतरा टल गया। मैच का पहला क्वॉर्टर खत्म हो चुका था और भारत 1-0 से आगे होकर मैच में शॉर्ट ब्रेक के लिए गया।

दूसरे क्वॉर्टर के खेल में मलयेशिया को मैच के 20वें मिनट में एक बार फिर भारत से बराबरी का मौका मिला, लेकिन मलयेशिया के 2 फॉरवर्ड खिलाड़ी बॉल पर नियंत्रण नहीं रख पाए और मलयेशिया के हाथ से मौका एक बार फिर निकल गया। 2 मिनट बाद भारत को मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर मिल गया, लेकिन इस मौके को भारत को गोल में तब्दील नहीं कर पाया।

हालांकि भारत ने मलयेशिया पर अपने हमले बढ़ा दिए और मलयेशियाई गोलकीपर ने अपनी टीम के लिए कुछ शानदार बचाव किए। इस बीच मैच के 29वें मिनट में भारत ने बॉल पर अपना दबदबा बनाया और अपने हाफ से लेकर बॉल कर मलयेशियाई डी तक पहुंचा दिया। यहां गुरजंत सिंह ने बॉल को कलेक्ट कर किया आकाशदीप को पास दिया और आकाश ने इसे गोल की ओर दिशा दिखा दी, जहां खड़े ललित उपाध्याय ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। भारत मलयेशिया पर 2-0 की बढ़त बना चुका था। हाफ टाइम के समय भारत 2-0 से आगे था।

हाफ टाइम के बाद भी भारत मलयेशिया पर अटैक करता दिखा हालांकि इस बार मलयेशिया ने उसे गोल का कोई मौका नहीं दिया। तीसरे क्वॉर्टर के खेल में दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर पाईं और भारत अभी भी मलयेशिया से 2-0 की बढ़त पर था। चौथे क्वॉर्टर में मलयेशियाई टीम पर दबाव साफ झलक रहा था लेकिन मैच में लगातार संघर्ष कर रही रही मलयेशिया ने मैच के 50वें मिनट में एक बार फिर मौका बनाया और इस बार शाहरिल सबा ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। भारत अभी भी 2-1 से आगे था।

मैच के अंतिम क्षणों (55वें मिनट) में मलयेशिया को पेनल्टी कॉर्नर के रूप में बराबरी करने का बढ़िया मौका था, लेकिन भारतीय टीम ने अपने डी में शानदार एकजुटता दिखाते हुए इस खतरे को टाला और मैच में अपनी बढ़त बनाए रखी। इसके बाद भारत ने मलयेशिया की टीम को कोई मौका न देते हुए इस खिताब पर तीसरी बार अपना कब्जा जमा लिया।

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