एलपीजी सब्सिडी मंे गड़बडि़यांे को दुरस्त करने से 21,000 करोड़ रपये की बचत
|विश्व एलपीजी संघ द्वारा आयोजित एशिया एलपीजी सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधान ने कहा, 2014 मंे जब हमने सत्ता संभाली थी तो सब्सिडी की दिशा सही नहीं थी। अमीर तथा उच्च मध्यम वर्ग को एलपीजी सब्सिडी मिल रही थी। कई डुप्लीकेट कनेक्शन थे जिसकी वजह से सब्सिडी वाली एलपीजी को वाणिज्यिक और औद्योगिक खंड मंे स्थानांतरित किया जा रहा था।
उन्हांेने कहा कि इसकी वजह से गरीबांे मंे गरीब के पास एलपीजी की पहुंच नही थी। 2014 मंे लगभग आधे भारतीय परिवारांे के पाच एलपीजी कनेक्शन नहीं था।
प्रधान ने कहा कि एलपीजी पर प्रत्यक्ष लाभ अंतरण 2014 मंे शुरू हुआ। इसके तहत सब्सिडी लाभार्थियांे के बैंक खातांे मंे सीधी डाली जाती है। उन्होंने कहा कि इससे प्रक्रिया पारदर्शी है और इसने सब्सिडी मंे लीकेज को रोका, जबकि अभी तक जाली कनेक्शनों के जरिये इसका दुरपयोग हो रहा था।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि इस योजना का लाभ 17.6 करोड़ उपभोक्ताआंे को मिल रहा है। पिछले दो साल मंे करीब 40,000 करोड़ रपये या 6.5 अरब डालर की सब्सिडी सीधे लाभार्थियांे के बैंक खातांे मंे डाली गई है।
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