एयर इंडिया का ण वहनयोग्य नहीं है, इसके निजी हाथों में जाना चाहिए : पनगढ़िया
|सरकार घाटे में चल रही इस राष्ट्रीय विमानन कंपनी की स्थिति सुधारने के लिए संभावित निजीकरण समेत विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही हैं । समझाा जाता है कि टाटा समूह एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीद सकता है।
पनगढ़िया ने कहा, मैं सोचता हूं कि एयर इंडिया कहां खड़ी है, यह बिल्कुल अस्तित्व का मामला है। रिण पहले ही करीब 52,000 करोड़ रुपये का है और हम रोजाना उसमें 4,000 करोड़ रुपये ण जोड़ रहे हैं , यह बिल्कुल ही वहन योग्य नहीं है।
सीएनबीसी -टीवी 18 के साथ साक्षात्कार में उन्होंने कहा, आखिर में मैं सोचता हूं कि इस विमानन कंपनी को निजी हाथों में जाना चाहिए।
वैसे एयर इंडिया के भावी कार्यक््रुम चर्चा चल रही है लेकिन नीति आयोग ने इसके पूर्ण निजीकरण की सिफारिश की है।
भाषा
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