एचआईएल में नए नियम से फ्लिकरों पर दबाव कम होगा: रघुनाथ

नई दिल्ली

हर फील्ड गोल को दो गिनने से हॉकी इंडिया लीग के चौथे सत्र में कई नाटकीय बदलाव देखने को मिलेंगे और वीआर रघुनाथ का मानना है कि इससे ड्रैग फ्लिकरों पर दबाव कम होगा। पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ रघुनाथ ने नए नियम का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे स्ट्राइकरों पर फील्ड गोल करने का दबाव बढ़ेगा। हालांकि, ये नियम सिर्फ हॉकी इंडिया लीग के लिए है, लेकिन संभव है कि आने वाले दिनों में वर्ल्ड हॉकी में इसे मान्यता मिल जाए। अगर ऐसा हुआ तो निश्चित तौर पर हॉकी खेलने का अंदाज बदल जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘यह फॉरवर्ड खिलाड़ियों के लिए बड़ी चुनौती है कि वे अपने कौशल का प्रदर्शन करके ज्यादा गोल करें। ड्रैग फ्लिकरों पर दबाव कम होगा और स्ट्राइकरों पर बढ़ेगा।’ रघुनाथ 18 जनवरी से 21 फरवरी तक एचआईएल के चौथे सीजन में उत्तर प्रदेश विजार्ड्स के कप्तान होंगे।

पिछली बार के चैंपियन रांची रेज के एशले जैकसन नए नियम से ज्यादा खुश नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि इससे खेल और रोमांचक होगा। उन्होंने कहा, ‘एक ड्रैग फ्लिकर के तौर पर मुझे यह नियम पसंद नहीं है, लेकिन इससे डिफेंस के लिए चुनौती बढ़ेगी तथा आक्रामक हॉकी देखने को मिलेगी।’ उन्होंने कहा, ‘यह रोमांचक है क्योंकि आखिरी मिनट में एक गोल से पिछड़ने के बावजूद आपके पास मैच जीतने का मौका होगा।’ जेपी पंजाब वॉरियर्स के कप्तान भारतीय कप्तान सरदार सिंह ने कहा कि नया नियम सभी के लिए समान है। उन्होंने कहा, ‘यह नियम सभी के लिए समान है। यह रोमांचक है और सभी टीमें अधिक फील्ड गोल करने का प्रयास करेंगी।’

नए नियम के तहत एचआईएल के दौरान एक फील्ड गोल को दो गिना जायेगा जबकि पेनल्टी कॉर्नर पर गोल एक ही रहेगा। वहीं पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल भी एक ही गिना जाएगा। सभी छह टीमों के कप्तानों रघुनाथ (उत्तर प्रदेश विजार्ड्स), जैकसन (रांची रेज), सरदार (जेपी पंजाब वॉरियर्स), मौरित्ज फुएर्त्से (कलिंगा लांसर्स), निकिन थिमैया (दबंग मुंबई) और साइमन चाइल्ड (दिल्ली वेवराइडर्स) ने यहां ट्रोफी के अनावरण के मौके पर पत्रकारों से बात की।

चाइल्ड ने कहा, ‘नए सत्र में सभी टीमों के लिए नया संयोजन है, लेकिन सारी टीमें संतुलित लग रही हैं। कागजों पर सभी टीमें अच्छी लग रही हैं।’ रघुनाथ ने कहा, ‘हर टीम के लिए अलग संयोजन है। पहला हफ्ता सभी के लिए काफी अहम होगा।’ फुएर्त्से ने कहा कि पिछले साल लीग से बाहर रहने के बाद उन्हें इस सत्र का बेताबी से इंतजार है। उन्होंने कहा, ‘यह अपनी टीम तैयार करने और संतुलन बनाने के बारे में है। सभी खिलाड़ियों और टीमों के लिए यह नया है और सभी सेमीफाइनल में प्रवेश की कोशिश करेंगे जहां कुछ भी हो सकता है।’

लीग के आगामी सत्र में पाकिस्तान का एक भी खिलाड़ी नहीं होगा और हॉकी इंडिया ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक वे चैंपियंस ट्रोफी 2014 के अपने बर्ताव के लिए माफी नहीं मांगते, उनके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। सरदार ने हॉकी इंडिया के फैसले का पूरा समर्थन करते हुए कहा, ‘पाकिस्तानी खिलाड़ियों को काफी नुकसान हो रहा है, लेकिन उन्होंने चैंपियंस ट्रोफी 2014 में जो कुछ किया, वह अस्वीकार्य है। उन्होंने अभी तक उसके लिए माफी नहीं मांगी है, लिहाजा उन्हें खेलने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।’

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।

हॉकी खेल समाचार, हॉकी खबरें, Hockey Sports News, Khel News