उत्तर कोरिया से बातचीत को दक्षिण कोरिया तैयार, किम जोंग की हां का इंतजार
|उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच बातचीत हुए एक दशक से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। प्योंगयांग के हाल के कई परमाणु विस्फोटों और मिसाइल परीक्षणों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका था। अब दोनों देशों के नेता आपसी मनमुटाव को दूर करने के लिए बातचीत के रास्ते पर चलने को तैयार हैं हालांकि, एक दशक बाद क्या दोनों देश के नेता बातचीत के टेबल पर बैठेंगे इसका जवाब मिलना अभी बाकी है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि अगर बातचीत से दोनों देशों के तनावपूर्ण रिश्तों में बदलाव आएगा तो उनका देश उत्तर कोरिया के नेताओं के साथ बातचीत को तैयार है। उन्होंने कहा कि वह बातचीत के जरिए उत्तर कोरिया के परमाणु मसले का हल निकालने को तैयार हैं।
मई में दक्षिण कोरिया की सत्ता संभालने वाले मून के इस बयान से नया रवैया दिख रहा है। उनका यह बयान प्योंगयांग और सोल के अधिकारियों के बीच एक दिन पहले हुई उस सफल बैठक के बाद आया है जिसमें उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया में होने वाले विंटर ओलिंपिक खेलों में भाग लेने पर सहमत हो गया था।
हालांकि दोनों देशों के नेताओं के बीच नजदीकी भविष्य में बताचीत की उम्मीद कम ही है। 2011 में अपने पिता के बाद उत्तर कोरिया की गद्दी संभालने वाले किम जोंग उन अभीतक किसी विदेशी नेता से नहीं मिले हैं। दक्षिण कोरियाई नेता मून को उदारवादी माना जाता है, जो परमाणु मसले का समाधान कूटनीतिक तरीके से करने के पक्षधर हैं।
डोगुंग विश्वविद्यालय में उत्तर कोरिया के विशेषज्ञ को हु हुआन ने कहा कि मून के 5 साल के कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच बातचीत संभव है। उन्होंने कहा, ‘किम जोंग अभीतक किसी विदेशी नेताओं से नहीं मिले हैं, ऐसे में वह दक्षिण कोरिया के नेता से मिलकर एक अच्छी शुरुआत कर सकते हैं।’
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