इमरजेंसी फिल्म पर बैन से भड़कीं कंगना:कहा- कोर्ट से लड़कर अनकट ही रिलीज करूंगी, अचानक यह नहीं दिखाऊंगी कि इंदिरा गांधी खुद मर गईं

कंगना रनोट ने कहा है कि वे अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं। यह फिल्म 6 सितंबर को रिलीज हाेनी थी, लेकिन इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। याचिकाएं दायर की गई हैं। इन सब वजहों से फिल्म की रिलीज टाल दी गई है। सेंसर बोर्ड ने इससे विवादित सीन हटाने का आदेश दिया है। हम कब तक डरेंगे कंगना ने हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर फिल्म इमरजेंसी की चर्चा की। इस पर रोक लगने पर नाराजगी जताई। कहा, ‘झाड़ के पीछे लड़का-लड़की रोमांस करते हैं, वही दकियानूसी कहानी बनाते रहें? आज हम इससे डर जाएं, कल किसी और से डरेंगे। फिर लोग हमें डराना शुरू कर देंगे। हम हर चीज से डरते रहते हैं। हम कब तक डरेंगे। मैंने अपने पूरे स्वाभिमान से फिल्म बनाई है, इसलिए सेंसर बोर्ड कोई चीज पॉइंट आउट नहीं कर पा रहा है। उन्होंने मेरा सर्टिफिकेट रोका हुआ है, लेकिन मैंने ठान लिया है कि मैं कोर्ट में लड़कर इसे अनकट रिलीज करूंगी। मैं अचानक ये नहीं दिखा सकती कि इंदिरा गांधी अपने आप ही घर में मर गईं।’ वहशी-दरिंदे खुलेआम धमकियां देते हैं, सरकार एक्शन ले- कंगना कंगना ने कहा, ‘ये महाराष्ट्र से शुरू हुआ। लोग महिलाओं से गाली-गलौज करते हैं और इसके कोई बुरे परिणाम नहीं हैं। पंजाब से भी हर तरह की गाली-गलौज सुनने को मिल रही है। जब गाली से कुछ नहीं हुआ तो बात थप्पड़ पर आ गई, फिर लात पर आ गई, फिर जिंदा जलाने पर आ गई। आप देखिए कि जब इन्हें छूट मिलती है, तो इनके हौसले कितने बढ़ते जा रहे हैं। सरकार को इस पर एक्शन लेना चाहिए।’ सरकार से जुड़े सूत्र बोले- आप धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा सकते वहीं फिल्म की रिलीज टलने पर सरकार से जुड़े सूत्रों कहा कहना है- ‘आप लोगों की धार्मिक भावनाओं काे ठेस नहीं पहुंचा सकते। आपको धर्म से संबंधित मामलों पर सर्तक रहना चाहिए।’ सूत्रों ने यह भी बताया कि कुछ धार्मिक संगठनों ने इस बारे में चिंता जताई है। उनका कहना है कि फिल्म में काफी सेंसिटिव कंटेट है।’ कंगना रनोट की ‘इमरजेंसी’ की रिलीज टली: सेंसर बोर्ड और कट्स लगाना चाहता है; MP हाईकोर्ट में फिल्म के खिलाफ सुनवाई आज फिल्म इमरजेंसी 6 सितंबर को रिलीज होनी थी, हालांकि CBFC (सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) ने फिल्म में कट्स लगाना चाहता है। ताकि किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाएं आहत न हों। हालांकि, बोर्ड ने पहले फिल्म को क्लियर कर दिया था, लेकिन बाद में सर्टिफिकेशन पर रोक लगा दी। वहीं, मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में फिल्म की रिलीज को लेकर आज सुनवाई होगी। एक सिख संगठन ने याचिका में इमरजेंसी की रिलीज रोकने की मांग की है। पूरी खबर पढ़िए… सिख समुदाय की मांग- कंगना की इमरजेंसी रिलीज न हो: आरोप- फिल्म हिंदू-मुस्लिम और सिखों को लड़ाने के लिए बनाई; धर्म को आतंकवाद से जोड़ा फिल्म के खिलाफ रविवार को मुंबई के 4 बंगला स्थित गुरुद्वारे के बाहर सिख समुदाय ने प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उनकी मांग है कि फिल्म पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए और कंगना पर कड़ी कार्रवाई की जाए। प्रदर्शनकारियों की अगुआई करने वाले जसपाल सिंह सूरी ने कहा, ‘फिल्म रिलीज हुई तो दंगे होंगे, कत्लेआम होंगे। यह जूते खाने की हरकत है और वह (कंगना) जूते खाएगी।’ पूरी खबर पढ़िए… कंगना बोलीं- किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर हुए: पंजाब बांग्लादेश बन सकता था; भाजपा ने किनारा किया, कांग्रेस नेता बोले- एक्ट्रेस पर NSA लगे दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। पूरा इंटरव्यू पढ़ें… बताते चलें कि फिल्म इमरजेंसी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर बनाई गई है, जिस समय इमरजेंसी लगी थी। फिल्म में कंगना ने इंदिरा गांधी का रोल प्ले किया है। वहीं अनुपम खेर, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े जैसे एक्टर अहम किरदारों में हैं।

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