इन वजहों से आ रही भारतीय बाजारों में गिरावट
| बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को भारी गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स 476 पॉइंट तक टूटा। आखिर कौन सी ऐसी वजहें हैं, जिनसे भारतीय ही नहीं, वैश्विक स्तर पर शेयर बाजार कमजोर हो रहे हैं। इन पहलूओं को भी शामिल किया जा सकता है, जो भारतीय बाजारों में आ रही गिरावट के जिम्मेदार हैं। आइए इन पर एक नजर डालते हैं:- 1. अहम एशियन बाजार जैसे हांगकांग का हेंग-सेंग, सिंगापुर का स्ट्रेट्स, कोरिया का कॉस्पी और ताइवान का ताइक्स भी 52 हफ्ते के निचले स्तर पर हैं। इसका सीधा असर भारतीय बाजारों में गिरावट के रूप में सामने आ रहा है। देश के बाजारों का वित्तीय भाग्य चीन की ग्रोथ से गहराई से जुड़ा है। जापान और कोरिया में स्टॉक गिरने का सीधा असर भारतीय बाजारों पर पड़ रहा है। 2. रुपए में गिरावट थमने का नहीं ले रही है। रुपया 66 के बेहद करीब पहुंचता नजर आ रहा है। शुक्रवार को भी रुपए ने कमजोरी के साथ शुरुआत की और 2 साल के निचले स्तरों पर बना हुआ है। यह भी बाजार की कमजोरी का एक कारण है। एक पहलू ‘करंसी वॉर’ भी है। चीन ने अपनी करंसी यूआन का संदर्भ मूल्य अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो फीसदी कम कर दिया। सितंबर 2013 की तुलना में यह एक पॉइंट नीचे गिर गया है। यूआन के मूल्य में कमी होने से वित्तीय बाजार हाशिए पर जा चुका है और यह करंसी युद्ध एक बुलावे की तरह है क्योंकि इससे दूसरे देश भी अपने करंसी रेट को घटाने की कोशिश करेंगे। दूसरे देश विश्व की दूसरी सबसे बडी इकॉनामी की हालत पर भी चिंता जता रहे हैं। 3. टॉप ब्रोकरेज सीएलएसए, बैंक ऑफ अमेरिका आदि ने सेंसेक्स कंपनियों से 3-5 प्रतिशत कमाई में कटौती की है। यह भी एक गहन पहलू है, जिससे बाजार कमजोरी की ओर बढ़ रहे हैं। 5. आर्थिक संकट से घिरे ग्रीस के पीएम एलेक्सिस सिप्रास ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। नया बेलआउट पैकेज लाने के बाद से ही सिप्रास का विरोध बढ़ता जा रहा था। इससे पैदा हुई स्थिति के चलते भी बाजारों पर बुरा असर पड़ा। ग्रीस संकट की सुगबुगाहट भर से बाजार की हालत कमजोर पड़ जाती है।
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