इन्फोसिस की आम सभा से दूर रहे फाउंडर नारायणमूर्ति

बेंगलुरु
बीते कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब मशहूर आईटी कंपनी इन्फोसिस की सालाना बैठक में उसके को-फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति ही मौजूद नहीं थे। शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित सालाना आम सभा से नारायणमूर्ति ने खुद को दूर ही रखा। आपको बता दें कि बीते कई महीनों से कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और प्रमोटर्स के बीच कई मामलों को लेकर मतभेद चल रहे हैं। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘आम सभा में कंपनी का कोई भी प्रमोटर्स या फाउंडर नहीं पहुंचा। हमें इस बारे में कोई आइडिया नहीं है कि वे लोग मीटिंग में क्यों नहीं पहुंचे।’

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आईटी कंपनी के मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्राइस्ट कॉलेज में आयोजित इस मीटिंग में कंपनी के करीब 1,000 रिटेल इन्वेसटर्स निजी तौर पर या फिर परिवार के साथ मौजूद थे। इस मीटिंग के दौरान 4 प्रस्ताव पारित किए गए, जिन्हें निवेशकों और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने हाथ उठाकर मंजूरी दी।

नारायणमूर्ति के अलावा नंदन नीलेकणि, एस. गोपालकृष्णन, एसडी शिबूलाल, के. दिनेश, एनएस राघवन और अशोक अरोड़ा देश की इस दूसरी सबसे बड़ी आईटी फर्म के संस्थापक हैं। हालांकि मूर्ति पिछली आम सभा में बेटे रोहन मूर्ति के साथ हिस्सा लेने पहुंचे थे, लेकिन इस बारे किसी भी फाउंडर के न पहुंचने से ज्यादातर निवेशक हैरान दिखे। कंपनी के पुराने निवेशक रामना रेड्डी ने कहा, ‘एजीएम में मूर्ति का न दिखना आश्चर्यजनक है। यह पहला मौका था, जब 2014 में दूसरी बार ऑफिस छोड़ने के बाद वह मीटिंग से नदारद रहे। बीते कई सालों से एजीएम में रेग्युलर शामिल होने वाले पुराने डायरेक्टर्स टीवी मोहनदास पाइ और वी. बालकृष्णन भी इस मीटिंग में नहीं दिखे।’

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