इनके पास न हाथ हैं न पैर, फिर भी 10 KM मैराथन की बनना चाहती हैं विनर

बेंगलुरु. देश की एक महिला दोनों हाथ-पैर नहीं होने के बावजूद 10 किलोमीटर मैराथन जीतना चाहती है। रनिंग ब्लेड पर रोज घंटों पसीना बहाती है। 15 मई (रविवार) को होने वाली बेंगलुरु मैराथन में हिस्सा लेने के लिए शालिनी सरस्वती के हौंसले बुलंद हैं। अपने इसी जुनून के चलते उन्होंने जर्मन कंपनी से 10 लाख रु. के लोन पर कार्बन-फाइबर रनिंग ब्लेड खरीदे हैं। आज उनके इस जुनून और जिद का हर कोई कायल है। क्यों काटने पड़े थे शालिनी के हाथ-पैर…   – 3 साल पहले एक रेयर वैक्टीरियल इनफेक्शन के चलते शालिनी (37) के हाथ-पैर काटने पड़े थे। – कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। बावजूद इसके मौत को चकमा दिया, लेकिन अपना बच्चा खो दिया। – अपने जीवन में ऐसे कठिन हालात का सामना करने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी। – कहती हैं कि ऑपरेशन के बाद मुझे रनिंग कठिन लगने लगा था, लेकिन अब मैं इसे एन्जवॉय करती हूं। – मैराथन विनर बनने की चाहत रखने वाली शालिनी कभी एक अच्छी भरतनाट्यम डांसर भी रही हैं।   पहले कैसी थी शालिनी की लाइफ? – 9 साल पहले शालिनी की शादी प्रशांत के साथ हुई थी। दोनों कंबोडिया की…

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